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आज भी इन तरानों पर भारतीय आजादी को बुलंद करता है सिनेमा

आजादी को बुलंद करता है सिनेमा आज भी इन तरानों पर भारतीय आजादी को बुलंद करता है सिनेमा

नई दिल्ली।  15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ था, लाल किले पर हमारा तिरंगा झंडा ऊपर चढ़ा था, आधी रात को भी पूरा देश जश्न में डूबा हुआ था। लोगों के चेहरे पर खुशी थी, उत्साह था लेकिन आंखों से आंसू नहीं रुके थे। ये वो दिन था जिसको पाने के लिए भारत के हजारों वीर सपूतों ने अपनी जान दे दी। लेकिन उन वीरों की वीरगित को इस देश को लोग हमेशा याद रखते हैं और रखते रहेंगे। जिनको याद रखने में भारतीय सिनेमा अपना बढ़ चढ़ कर योगदान देता है। आजादी के लिए लड़ने वाले उन मतवालों के लिए कई ऐसी फिल्में कई ऐसे तराने भारतीय सिनेमा बनाता है जो भारतीय आजादी को बुलंद करता है।

आज भी इन तरानों पर भारतीय आजादी को बुलंद करता है सिनेमा
आज भी इन तरानों पर भारतीय आजादी को बुलंद करता है सिनेमा

शहीद भगत सिंह

शहीद भगत सिंह भारत के इतिहास का वो पन्ना है जिसे हर भारतीय बार बार पढ़ना चाहेगा। आजादी के सात साल बाद बॉलीवुड में शहीद भगत सिंह पर फिल्म बनी जो भारतीय आजादी को बुलंद करता है। आज बॉलीवुड में अगर किसी क्रांतिकारी योद्धा पर सबसे ज्यादा फिल्में बनी हैं तो वो हैं शहीद भगत सिंह। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर सबसे पहली फिल्म बनी 1954 में, टाइटल था शहीद-ए-आजम भगत सिंह। जिसके तरीनो को जब भी सुनो तो भारतीय आजादी को बुलंद करता है।

सरदार वल्लभभाई पटेल

आजादी की जब भी बात की जाएगी जब भी आजादी का जिक्र होगा तो लोह पूरूष का उपाधि पाएं सरदार वल्लभभाई पटेल काी नाम जरुर लिया जाएगा। जिन्हें भी भारतीय सिनेमा अपने तरानों में समेटे हुए है। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन पर बनी फिल्म सरदार 1994 में रिलीज हुई थी। इसमें स्वतंत्रता की लड़ाई से लेकर अखंड भारत के उनके प्रयासों को दिखाया गया था।

सुभाष चंद्र बोस

सुभाष चंद्र बोस जो कि आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते थे जिनके अथक प्रयासों को भारतीय सिनेमा आज भी याद उनकी फिल्म बोस- द फॉरगॉटन हीरो के जरिए याद करता है। ये फिल्म 2004 में आई थी। इस फिल्म में देश को आजाद कराने के लिए नेताजी के संघर्ष को बखूबी दिखाया गया है।

मंगल पांडे

अंग्रेजी हुकूमत की चूले हिला देने वाले पहले भारतीय नायक मंगल पांडे द्वारा शुरू किया गया विद्रोह पूरे देश में आग की तरह फैल गया था। उनके द्वारा लगाई गई आग हर भारतीय के अंदर भड़क चुकी थी। जिसके कारण 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ। जिसे भारतीय सिनेमा ने फिल्म द राइजिंग’ के जरिए देश के लिए भड़क चुकी आग को पूरे देश में फैलाया।

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