नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के के खिलाफ मिलकर अपनी आवाज बुलंद कर रहें हैं। बीजेपी में अलग थलग पड़े यशवंत सिन्हा ने कहा कि उनका संगठन राष्ट्र मंच एक राजनैतिक कार्रवाई का समूह है। ये केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन शुरु करेगा।
सिन्हा ने 30 जनवरी के दिन महात्मा गांधी की हत्या की बात उठाते हुए आज के समय की तुलना 70 साल पहले के समय से की।उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और उसकी संस्थाओं पर हमले हो रहें हैं।मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को भिखारियों की स्थिति में ला दिया है।सरकार पर मनगढ़ंत आकड़े पेश करने का भी आरोप लगाया।
सिन्हा यहीं नहीं रुके।उन्होंने मोदी सरकार की आर्थिक और विदेश नीतियों के लिए सरकार पर हमले किए।उन्होंने कहा पूरे देश को लोग डर में जी रहे हैं और बीजेपी सबसे ज्यादा डरी हुई है हम नहीं।उन्होंने कहा कि देश में संवाद और चर्चा ‘असभ्य, एकतरफा और खतरनाक’ हो गई है।उन्होंने दावा किया कि ऐसा लगता है कि भीड़ का काम न्याय देने का हो गया है।’ उन्होंने कहा कि संसद के बजट सत्र के पहले चरण में प्रभावी रूप में सिर्फ चार कामकाजी दिन होंगे।