मंगल ग्रह के रहस्य हमेशा से ही लोगों के लिए काफी रौचक रहे हैं। और हो भी क्यों न क्योंकि वैज्ञानिकों की तरफ से लगातार मंगल ग्रह को लेकर मानव जीव की कल्पना जो होती आयी है ।
यही कारण है कि, आम हो या खास सभी मंगल ग्रह के बारे जानना और समझना चाहते हैं। इस बीच मंगल ग्रह को लेकर एक ऐसी जानकारी सामने आयी है।
जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या ऐसा भी कहीं होता है? ताजा रिसर्च से पता चला है कि उसकी पूरी सतह नमकीन गढ्ढों से ढकी हुई है। हालांकि, इन गढ्ढों का तापमान इतना कम है कि मानव जीवन संभव नहीं है।
हाल में ही मंगल की सतह पर बर्फ और भाप के रूप में पानी की खोज की गई थी। यहां पानी तरल के रूप में नहीं है क्योंकि वातावरण न होने से पानी भाप बनकर उड़ जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मंगल की मिट्टी में मौजूद एक विशेष प्रकार की नमक ग्रह के पतले वायुमंडल से जलवाष्प को रात में खींच सकती है। इससे यह जलवाष्प अत्याधिक ठंडे वातावरण में बर्फ बनने से बच सकता है।
यूनिवर्सिटीज़ स्पेस रिसर्च एसोसिएशन के एडगार्ड रिवेरा, वैलेंटाइन और उनके सहयोगियों ने पाया कि मंगल ग्रह की 40 फीसदी तक की सतह भूमध्य रेखा के नीचे सभी अक्षांशों पर स्थिर नमकीन गढ्ढों को सुरक्षित रख सकते हैं। ये गढ्ढे मंगल ग्रह पर 2 लंबे समय तक टिके रह सकते हैं।
https://www.bharatkhabar.com/government-opens-commercial-routes-for-2-june-roti/
नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित पेपर की माने तो, इन नमकीन गढ्ढों के प्रदूषित होने की जांच भी की गई है। जिससे पता चलता है कि, मंगल ग्रह पर मानव जीवन के पनपने की उम्मीद नहीं है।