फतेहपुर: करीब एक माह से गुत्थियों में उलझी युवती ने पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह से गुहार लगाई है। मंगलवार को युवती ने अपने साथ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। मामले पर पुलिस अधीक्षक ने जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, थानाध्यक्ष नीरज यादव ने बताया कि युवती की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें युवती ने मारपीट की बात कही थी। इसके साथ ही पूरे घटनाक्रम की जांच चल रही है।
गाजीपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली युवती का गांव के ही रहने वाले युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती ने युवक को आरोपी बनाते हुए कहा कि, उसने उसके साथ पांच साल तक शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसी दौरान आरोपी ने चोरी से आपत्तिजनक वीडियो भी बना ली। इसके बाद आरोपी उसे जबरदस्ती बुलाने लगा। ना आने पर आरोपी ने उसे धमकाते हुए वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
युवक व उसके परिजन पर मारपीट का आरोप
इसी बीच 17 जुलाई को 11 बजे आरोपी, उसका पिता और उसका चचेरा भाई युवती के घर आए और मारपीट की। युवती ने पुलिस अधीक्षक से बताया कि किसी तरह वह अपने को बचाकर भागी तो सभी आरोपियों ने उसे बाग में गिराकर खूब मारा पीटा। युवती के अनुसार मारपीट के बाद वह बेहोशी की स्थिति में पड़ी रही। जब उसे होश आया तो उसका मोबाइल भी मौके पर नहीं था।
इस मामले की जानकारी शाह चौकी प्रभारी को मिली, लेकिन आरोप के अनुसार चौकी प्रभारी ने युवती की नहीं सुनी। इसके बाद युवती थाने गई, लेकिन उसकी वहां भी नहीं सुनी गयी। इस पर मंगलवार को युवती ने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है। मामले पर जांच के निर्देश दिए गए हैं।
थानाध्यक्ष बोले- मामले पर विवेचना जारी
वहीं थानाध्यक्ष नीरज यादव ने बताया कि, जानकारी करने पर पता चला है कि युवती का युवक के साथ प्रेम प्रसंग था। हालांकि, युवती की शादी कहीं और हो जाती है। कुछ दिन बाद युवती के पति को उसके प्रेम प्रसंग की जानकारी होती है। इसपर उसके पति ने उसे छोड़ दिया। इसी बीच कहीं से आरोपी युवक से इसकी जान पहचान फिर से हो गयी और संपर्क होने लगा। इसके बाद युवती ने कुछ दिन पहले युवक पर मारपीट की तहरीर दी थी, जिस पर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई थी। साथ ही मामले पर विवेचना जारी है।
एक ओर जहां पीड़िता ने आरोपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है तो वहीं, पुलिस पीड़िता के बयान पर ध्यान न देते हुए इसे काफी पुराना मामला बता रही है। मगर, इन सबके बीच बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार कौन मामले की जांच कर क्लीन चिट देगा?