पटना। देश की राजनीति में आए दिन खलबली मचती रहती है। राजनीतिक पार्टियों द्वारा एक-दूसरे पर आरोपो का सिलसिला तो चलता ही रहता है। लेकिन देश में राजनीति में सबसे बड़ा संकट कांग्रेस पार्टी पर है। आए दिन कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के द्वारा पार्टी छोड़ने की बाते चलती रहती हैं। इसके साथ ही कांग्रेस पर विपक्ष द्वारा राहुल गांधी को लेकर सबसे ज्यादाद निशाना साधा जाता है। आए दिन किसी न किसी विपक्ष के नेता द्वारा उन्हें राजनीति में अयोग्य बताया ही जाता है। ऐसा ही कुछ एक बार फिा देखने को मिला है। आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बिहार महागठबंधन की सहयोगी दल कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शिवानंद तिवारी ने इस बाद सहयोगी दल कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया को नसीहत दी है कि वो पुत्र मोह त्याग कर देशहित में फैसला लें। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अनिक्षुक नेता हैं, उनमें लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं है।
शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया को नसीहत दी-
बता दें कि विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शिवानंद तिवारी ने इस बाद सहयोगी दल कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया को नसीहत दी है कि वो पुत्र मोह त्याग कर देशहित में फैसला लें। शिवानंद तिवारी इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि जनता को छोड़िए, उनकी पार्टी के लोगों को ही उन पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी बातें राजद नेतृत्व को भी नागवार गुजर सकती हैं, लेकिन लोकतंत्र को बचाने के लिए ऐसा लिखने को विवश हूं। बता दें शिवानंद तिवारी ने शुक्रवार को कांग्रेस की बैठक से पहले एक पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने यह सारी बातें लिखीं। उनके इन बातों से सूबे के सियासी पारा चढ़ गया है। राजद नेता ने लिखा कि कांग्रेस की बैठक होने जा रही है। पता नहीं उस बैठक का नतीजा क्या निकलेगा, लेकिन यह स्पष्ट है कि कांग्रेस का अभी कोई खेवनहार नहीं है। खराब स्वास्थ्य के बावजूद बहुत ही मजबूरी में सोनिया जी कामचलाऊ अध्यक्ष के रूप में किसी तरह पार्टी को खींच रही हैं। मैं उनकी इज्जत करता हूं।
आरजेडी उपाध्यक्ष के पोस्ट पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कड़ी आपत्ति जताई-
उन्होंने कहा कि मुझे याद है सीताराम केसरी के जमाने में डूबती जा रही कांग्रेस की कमान संभाल उन्होंने पार्टी को सत्ता में पहुंचा दिया था। उन्होंने कहा कि 2004 में सोनिया जी के नेतृत्व में ही बहुमत मिला था तो प्रधानमंत्री पद की वे स्वाभाविक अधिकारी थीं लेकिन उनका पीएम नहीं बनना असाधारण कदम था। इधर, आरजेडी उपाध्यक्ष के पोस्ट पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कड़ी आपत्ति जताई है और राजद नेतृत्व से शिवानंद तिवारी पर कार्रवाई करने की अपील की है। प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि शिवानंद तिवारी राजद में हैं लेकिन कांग्रेस को लेकर भाजपाइयों की भाषा में बार -बार ऐसे बयान देते हैं, जो सहयोगी दल से अपेक्षा नहीं की जाती है। कांग्रेस को ऐसे बयान अस्वीकार हैं और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से अपेक्षा है कि वे भाजपा की भाषा बोलने वाले शिवानंद तिवारी को राजद से बाहर निकालें।