लखनऊ। राजधानी के बालू अड्डा कॉलोनी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को दोपहर तक उल्टी दस्त की शिकायत होने पर करीब 40 मरीज इलाज के लिए पहुंचे, जिसमें से 32 मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही दवा देकर घर भेज दिया गया, जबकि 7 मरीजों की हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
दरअसल बालू अड्डा कॉलोनी में डायरिया की चपेट में आने से बीते 2 दिनों में एक बच्चे समेत दो लोगों की जान चली गई, वही 80 से ज्यादा लोग बीमार बताए जा रहे हैं।
कॉलोनी में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डॉक्टरों की टीम तथा दवाइयों की व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है, जिससे वहां पहुंचने वाले मरीजों को तत्काल इलाज मुहैया कराया जा रहा है, वहीं जिन मरीजों की स्थिति खराब होती है, उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। इसी के तहत गंभीर हालत में इलाज के लिए पहुंचे करीब 7 लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर किया है।
कोरोना की हो रही जांच
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जहां एक तरफ उल्टी दस्त से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा था, वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर स्टाल लगाकर लोगों के कोरोना वायरस की जांच के लिए नमूने लिए जा रहे थे।
सिविल में 16 बच्चे भर्ती
बालू अड्डा कॉलोनी में डायरिया की चपेट में आए बच्चों में से 16 बच्चे सिविल अस्पताल में भर्ती हैं, जहां पर उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि मौजूदा समय मे करीब 22 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिसमे 16 बच्चे हैं।
सरकारी समेत निजी अस्पतालों में चल रहा इलाज
बालू अड्डा कालोनी में डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां एक तरफ कई मरीजों का इलाज हजरतगंज के सिविल अस्पताल में चल रहा है,वहीं कई मरीज इलाज के लिए गोमती नगर स्थित सेंट जोजेफ अस्पताल भी पहुंचे।