Uttarakhand: जोशीमठ धंसने से लोगों में काफी रोष व्यापक है। लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। जोशीमठ इलाके की जमीन का लगातार धंस रही है। लोगों ने प्रदर्शन कर सुरक्षा के साथ निर्माण प्रोजेट्स बन्द करने की मांग कर रहे हैं।
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जोशीमठ शहर के गुस्साए निवासियों ने सड़कों पर उतरकर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति (जेबीएसएस) के आह्वान पर एक विशाल मशाल जुलूस निकाला गया। साथ में जोशीमठ शहर में आज बाजार बंद रहा।
लोगों ने प्रशासन की ये मांग
लोगों ने प्रशासन की मांग है कि प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के पूरे इंतजाम किए जाए। साथ में एनटीपीसी परियोजना और हेलंग-मारवाड़ी बाईपास को बंद करने का लिखित आश्वासन दे।
चमोली जिला प्रशासन ने लोगों को घर छोड़ कर सुरक्षित जगह चले जाने को कहा है। जोशीमठ में भूस्खलन से प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए प्रभावित परिवारों को नगर निगम, ब्लॉक, बीकेटीसी गेस्ट हाउस, जीआईसी, गुरुद्वारा, इंटर कॉलेज, आईटीआई तपोवन और अन्य जगहों पर ठहराया गया है। जोशीमठ नगर क्षेत्र से 47 परिवारों को अस्थाई रूप से शिफ्ट किया गया है।
सुरंग ने जमीन को भीतर से कर दिया खोखला: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने जोशीमठ की तबाही पर कहा कि एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगढ़ परियोजना के लिए बनाई गई सुरंग ने जमीन को भीतर से खोखला कर दिया है। इसके बाद भी अधिकारियों ने बाईपास सड़क का निर्माण शुरू कर दिया है। शहर की जड़ में खुदाई इसकी नींव को हिला रही है।