अमित गोस्वामी, संवाददाता
आज शरद पूर्णिमा का महोत्सव मनाया जा रहा है । इस दिन भगवान एवं देवियां चंद्रमा के धवल रंग में रंगें। वृंदावन में भी शरद पूर्णिमा का महोत्सव धूमधाम से मनाया गया ।
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आज सुबह 11:30 से जन्मस्थान पर प्रसादी का आयोजन किया गया और सायं 7 बजे से खीर का प्रसाद भी बांटा गया । शाम को 5 बजे गिरिराजजी के छप्पनभोग के दर्शन हुए । रात्रि 7 बजे से 9 बजे तक भजन गायन कार्यक्रम होगा। उसके बाद रात्रि 11:30बजे तक श्रीकृष्ण चबूतरा पर महारास होगा। रात्रि 11:30बजे श्रीगिरिराज जी की शयन आरती होगी। इस हेतु श्रद्धालुओं का प्रवेश रात्रि 11:30 बजे तक होगा।
इस दिन ठाकुरजी स्वेत वस्त्र धारण कर मोर, मुकुट, कटि-काछिनी के साथ बंशी धारण करते हैं । प्रभु को खीर और चंद्रकला का भोग लगाया जाता है । दिव्य दर्शनों की अभिलाषा लिए आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए सुबह और शाम एक-एक घंटे दर्शनों का समय बढ़ाया गया है।
शरद पूर्णिमा के दिन देश-विदेश से लाखों भक्त आराध्य के दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर में तैयारियां पूर्ण कर ली गईं हैं। मंदिर को सफेद कपड़े, फूलों, गुब्बारों से सजाया गया है। भक्तों की सुविधा को देखते हुए एक-एक घंटा अतिरिक्त समय दर्शनों के लिए उपलब्ध होगा। ताकि हर कोई आराम से दर्शन कर सके।