आज बड़ा सौभाग्य का दिन है। लगभग 35 वर्षों बाद माता ज्वाला देवी, देवलधार गोपेश्वर स्थित अपने निज मन्दिर से बाहर निकलकर प्रभु नारायण के दर्शनों हेतु श्री बदरीनाथ धाम पहुँची हैं ।
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श्री बद्रीविशाल का बद्रीनाथ धाम मंदिर उत्तराखंड के चमोली जनपद में अलकनंदा नदी के बाएं तट पर नर और नारायण नामक दो पर्वत श्रेणियों के बीच में स्थित एक हिन्दू मन्दिर है।
यह हिंदू देवता भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर है और यह स्थान इस धर्म में वर्णित सर्वाधिक पवित्र स्थानों चार धामों में से एक है। यह एक बहुत प्राचीन मंदिर है।