लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के अन्याय के शिकार सभी हैं। भ्रष्टाचार, महंगाई से जनता की कमर टूट गई है। समाजवादी पार्टी जनाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा के वोट से समाजवादी पार्टी का वोट ज्यादा है। जनता का भरोसा भी सपा पर है।
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा ने सबसे ज्यादा धोखा किसानों और नौजवानों को दिया है। किसानों से किए सभी वादे वादे ही रह गए हैं। गन्ना किसान अभी तक मारा-मारा फिर रहा है। नौजवान के पास रोजगार नहीं है। उसकी नौकरियां छिन गई हैं। महिलाओं का मान-सम्मान सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में अपराध बढ़े हैं। लोकतंत्र की बचाने की लड़ाई बूथ स्तर तक लड़ी जाएगी।
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश सरकार की विफलता तब चरम पर दिखाई दी जब कोरोना महामारी ने प्रदेश को अपनी गिरफ्त में रख छोड़ा था। भाजपा सरकार के कुप्रबंधन के कारण बड़ी तादाद मे चिकित्सा सुविधाओं से वंचित लोग अपनी जान गंवा बैठे। आक्सीजन और दवाओं की कालाबाजारी के चलते किसानों की सांसे थम गईं। भाजपा की अमानवीयता और संवेदनहीनता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या होगा कि वह कोरोना के संक्रमण से हुई मौतों को ही नकार रहे हैं। मृतकों के आश्रितों को सरकारी उपेक्षा के चलते न मृत्यु प्रमाणपत्र मिल रहा है न हीं आर्थिक मदद मिल रही है।
सपा मुखिया ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ हो रहा है। आरक्षण समाप्त किया जा रहा है। पिछड़े, दलित, आदिवासी और महिलाओं के अधिकार समाप्त किये जा रहे हैं। वर्तमान सरकार पिछड़ो की अनदेखी कर रही है। भाजपा-आरएसएस दोनों नफरत की राजनीति चला रहे हैं। समाज को बांटने का जहर फैला रहे हैं। जनता जानती है कि विकास और सद्भाव की राजनीति को समाजवादी पार्टी ही बढ़ावा देती रही है। इसलिए वह 2022 में समाजवादी पार्टी को ही बहुमत में लाने के लिए संकल्पित है।