पटना। राम मंदिर को बनवाने का जो मुद्दा इस वक्त चल रहा है उसमें शायद ही कोई ऐसा राजनेता होगा जो शामिल नहीं हुआ होगा और अब इसमें बिहार के पूर्व स्वास्थय मंत्री भी शामिल हो गए हैं। वैसे तो लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अपने बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहते हैं इतना ही नहीं वो कभी अपनी बासूरी को लेकर तो कभी अपने शंख को लेकर भी चर्चा में रहते हैं। तेजप्रताप सोशल मीडिया पर सक्रीय रहते हैं और पीएम मोदी के खिलाफ विवादस्पद बयान देकर भी वो अकसर चर्चा में बने रहते हैं और इस बार तो उन्होंने राम मंदिर बनाने की बात कह कर राजनीति में भूचाल ला दिया है। तेजप्रताप यादव ने बिहार के नालंदा जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि राजद अगर बिहार में सत्ता आती है, तो वे राम मंदिर बनायेंगे।
बता दें कि तेजप्रताप यादव जिले के मघड़ा गांव स्थित मां शीतलाष्टमी मेले में राजद नेता अरुणेश यादव द्वारा आयोजित दंगल में भाग लेने पहुंचे थे। मौके पर मीडियाकर्मियों से तेज प्रताप यादव ने कहा कि मां शीतलाष्टमी मेले का अपना एक महत्व है. इसके पहले भी मैं यहां आ चुका हूं। वहीं, त्रिपुरा में बीजेपी सरकार बनने के सवालों पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि त्रिपुरा में क्या हुआ और वहां किसकी सरकार बनी, इससे मुझे कोई लेना देना नहीं। बिहार के बारे में अगर मुझसे पूछा जाए तो मैं कुछ बताऊंगा भी। वहीं जहानाबाद, अररिया और भभुआ में हो रहे उपचुनाव के ऊपर भी चुटकी लेते हुए यादव ने कहा कि तीनों सीट पर राजद-कांग्रेस गठबंधन जीतेगी। यह बात हम नहीं बता रहे हैं, बल्कि बिहार की जनता बताने का काम कर रही है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस नालंदा में तेजप्रताप यादव ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर अगली बार बिहार में राजद की सरकार बनती है, तो देश में सभी धर्मों के साथ मिलकर बिहार से एक-एक ईट यूपी ले जाएंगे और राम मंदिर बनायेंगे। हालांकि, अपने ट्वीटर एकाउंट पर तेजप्रताप ने कहा है कि हमने बिहारशरीफ दंगल कार्यक्रम में ये कहा कि बीजेपी वाले राम मंदिर बनाने की बात करते हैं, पर तारीख नहीं बतायेंगे। हमलोग मंदिर ऐसा बनायेंगे जहां हिंदू,मुस्लिम, सिख,ईसाई सब लोग जाकर पूजा करेगें, मानवता का मंदिर बनायेंगे तब भाजपा का मंदिर मुद्दा खत्म हो जायेगा।