नई दिल्ली। देश की के लिए साल 2020 कई परेशानियां लेकर आया है। जिनमें से सबसे बड़ी परेशानी कोरोना महामरी है। इसके साथ ही देश की राजनीति ने कई दिग्गज नेताओं को खो दिया है। जिनकी कमी हमेशा दिखाई देगी। इसी बीच आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है. खराब सेहत की वजह से मोतीलाल वोरा को कल रात एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। कल ही उनका जन्मदिन था। लंबे समय तक कांग्रेस कोषाध्यक्ष रहे मोतीलाल वोरा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं ने मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख जताया है।
मोतीलाल वोरा गांधी परिवार के बेहद करीबी थे-
बता दें कि मोतीलाल वोरा गांधी परिवार के बेहद करीबी थे। साल 2018 में बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने मोतीलाल वोरा से कोषाध्याक्ष की जिम्मेदारी लेते हुए अहमद पटेल को दी थी। अहमद पटेल का भी पिछले दिनों निधन हो गया था। कांग्रेस के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और अद्भुत इंसान थे। हम उन्हें बहुत मिस करेंगे। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है। वहीं भूपेश बघेल ने कहा, ”बाबूजी श्री मोतीलाल वोरा जी का जाना न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे कांग्रेस परिवार के लिए एक अभिभावक के चले जाने जैसा है। उन्होंने कहा, ”ज़मीनी स्तर से राजनीति शुरु करके राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई और आजीवन एक समर्पित कांग्रेसी बने रहे। उनकी जगह कभी नहीं भरी जा सकेगी। आपको बता दें कि राजनीति में आने से पहले मोतीलाल वोरा एक पत्रकार की भूमिका निभा रहे थे। मोतीलाल वोरा ने लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के संगठन में काम किया। वह गांधी परिवार के वफादार माने जाते थे।