9 अगस्त, यह वही तारीख है जब महात्मा गांधी द्वारा अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ों आंदोलन की शुरूआत की गई थी। बुधवार के दिन इस आदोलन की 75वीं वर्षगांठ है। इस मौके पर संसद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है। इस दौरान संसद में विशेष प्रस्ताव को भी पास किए जाएगा और इस पर चर्चा भी की जाएगी। जिसमें विपक्षी पार्टी के नेता हिस्सा लेंगे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चर्चा की शुरूआत लोकसभा में तथा अरुण जेटली राज्यसभा में इस चर्चा की शुरूआत की जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि काफी कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि इस आंदोलन की शुरूआत 8 अगस्त 1942 को हुई थी। इस आंदोलन की शुरूआत महात्मा गांधी द्वारा की गई थी। जिसमें उन्होंने लोगों को करो या मरो का मंत्र दिया था। आंदोलन बंबई के गोवालिया टैंक मैदान पर अखिल भारतीय कांग्रेस महासमिति द्वारा इसके प्रस्ताव को पारित किया गया था।
लेकिन इस में देखने वाली बात यह है कि अजमेर से बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सांवर लाल जाट की मौत के बाद इस कार्यक्रम को टाला भी जा सकता है। उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद इस कार्यक्रम की शुरूआत की जा सकती है। हालांकि संसद में ऐसी स्थिति पहले भी आ चुकी है। इस साल के बजट पेश होने से कुछ वक्त पहले ही ई. अहमद का निधन हो गया था। लेकिन उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद बजट को पेश किया गया।