बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को अध्यक्ष पद पर रहते हुए बुधवार को 3 साल पूरे हो गए हैं। पीएम मोदी का दाहिना हाथ कहे जाने वाले अमित शाह के बारे में कहा जाता है कि वह बीजेपी में चाणक्य का किरदार अदा कर रहे हैं। उन्हें बुधवार को बतौर बीजेपी अध्यक्ष तीन साल पूरे हो गए हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस मौके पर उनके काम की सहारना की है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर अमित शाह को शुभकामनाएं भी दी है। पीएम मोदी ने अमित शाह के काम की तारीफ की है और उन्हें बधाई दी है।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अमित शाह की रणनीति के कारण ही बीजेपी ने अपना परचम लहराया है। अमित शाह विपक्षी दलों के सिर पर खतरे की तरह मंडराते हैं। सोशल मीडिया पर भी अमित शाह की खूब तारीफ की जाती है। अमित शाह का राजनीतिक गुणा-भाग इतनी तेज बताया जाता है कि वह पहले ही स्थिति को भाप लेते हैं और तत्काल अपनी रणनीति बना लेते हैं। यही कारण है कि अब बीजेपी का देश में डंका बोल रहा है और विपक्षी दलों के नेता भी अब तो बीजेपी का दामन थामने लग रहे हैं। जहां पर भी अमित शाह जाते हैं उनके चाहने वालों का वहां पर तांता लगने शुरू हो जाता है। अमित शाह को एकमात्र देखने तथा उन्हें सुनने के लिए लोगों की कतार को साफ तौर पर देखा जाता है।
Congratulations to Shri @AmitShah on completing 3 successful years as @BJP4India President.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2017
During the Presidency of Shri @AmitShah, @BJP4India has expanded its base in several areas & diligently worked towards nation building.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2017
कहा जाता है कि साल 2014 में किसी ने सोचा भी नहीं था कि पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बीजेपी को इतने ऊंचे शिखर पर ला खड़ा करेंगे कि आज विपक्षी पार्टियों के नेता भी बीजेपी से जुड़ रहे हैं। अमित शाह की रणनीति के तहत ही देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बीजेपी को सत्ता में इतनी प्रचंड जगह मिली। कहा जाता है कि अमित शाह की रणनीति के कारण ही बीजेपी आगे बढ़ पाई है। तभी आज देश के 13 राज्यों में बीजेपी ने अपने पैर जमाए हुए हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कारण ही बीजेपी ने देश के पांच राज्यों में गठबंधन की सरकार बना रखी है। 52 साल के अमित शाह अब पार्टी में अपने चौथे साल बतौर अध्यक्ष के तौर पर जाने वाले हैं। अब तो अमित शाह राज्यसभा सांसद भी बन चुके हैं। राज्यसभा सांसद के रूप में वह विपक्षियों को घेरने में भी सक्षम बताए जाते हैं।