नई दिल्ली। देश को स्वस्थ बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की शुरुआत हो चुकी है। बता दे कि इस योजना के तहत 18 हजार 840 हेल्थ सब सेंटर को वेलनेस सेंटर में बदला जाना है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने अलग से 1200 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। 2017-18 के बजट में डेढ़ लाख हेल्थ सब सेंटर को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बदलने की घोषणा हुई थी, पर बजट का प्रावधान नहीं किया गया था। 2018-19 के बजट में इस योजना के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। इससे इन्हें शुरू करने में आसानी होगी।
योजना की प्रमुख बातें
बता दे कि पीएम मोदी की इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों का बीमा किया जाएगा और उन्हें अस्पतालों में कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
इस योजना का मुख्य श्रेय गरीब परिवारों के लोगों को दिया जाएगा। इस योजना के तहत पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त करा सकेंगे। इस योजना के तहत अस्पतालों में भर्ती होना जरूरी नहीं है। मरीज को चुनिंदा निजी अस्पतालों में भी इलाज के लिए भर्ती कराया जा सकता है। केन्द्र सरकार की ओर से इस योजना के लिए 2000 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की जगह बीपीएल परिवारों के लिए आयुष्मान योजना की शुरुआत की जा रही है।
हेल्थ वेलनेस सेंटर
बजट में इस बार हेल्थ वेलनेस सेंटर की शुरूआत की गई है। इसके तहत 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रु का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। इश योजना के तहत देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे। इस योजना के तहत 12 तरह की स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी। यहां इलाज के साथ-साथ जांच की भी सुविधा भी होगी।
कौन सी बीमारियां होंगी कवर
मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी। इसके अलावा बुजुर्गों के इलाज की सुविधा भी होगी।