नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे में भारत और उसके इस मित्र देश के बीच कामोव केए-226 हेलीकॉप्टर के सौदे में बड़े फैसले की संभावना है। भारत को इन हल्के हेलीकॉप्टर की जरूरत अपने पुराने चेतक और चीता हेलीकाप्टर को बदलने के लिए है। सूत्रों के मुताबिक, भारत को सेना और वायुसेना के लिए 200 हेलीकॉप्टर की जरूरत है।
बता दें कि कामोव हेलीकॉप्टर 20,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है, इसलिए यह सियाचिन जैसी जगह पर कारगर होगा। जहां चेतक और चीता हेलीकॉप्टर काम आ रहे हैं। ये हल्का हेलीकॉप्टर है और ये एक बार में चार से छह ट्रूप ले जा सकता है। ये एक बार में एक टन लोड भी ले जा सकता है।
वहीं कामोव हेलीकॉप्टर को हर मौसम में काम करने लायक बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक इस सौदे के हो जाने पर 60 हेलीकाप्टर रूस में बनेंगे और बाकी को भारत में बनाया जाएगा। भारतीय नौसेना पहले से ही कामोव 28 और कामोव 31 कामोव हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर रही है।