नई दिल्ली। तमाम आर्थिक नकारात्मक खबरों के बीच भारत के लिए पर्यटन की ओर से अच्छी हवा का झोंका आया है। जीडीपी, व्यापार की गिरावट के कारण मंदी का शोर मचा हुआ है और इसके इतर अब पर्यटन क्षेत्र में वैश्विक सूचकांक में सुधार कर भारत को कुछ राहत भरी सांस मिली है।
वैश्विक यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धा सूचकांक की रैंकिंग में छह अंकों का सुधार हुआ है, सन 2017 में भारत इस रैंकिंग में 40वें नम्बर पर था अब 34वें नम्बर पर पहुंच गया है। विश्व आर्थिक मंच ( #WEF ) की बुधवार को जारी नवीनतम रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया। वैश्विक यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धा सूचकांक में 140 देश शामिल है। इसमें स्पेन शीर्ष पर जबकि इसके बाद क्रमश: फ्रांस, जर्मनी, जापान और अमेरिका शीर्ष पांच में शामिल है। ब्रिटेन की रैंकिंग पांचवे स्थान से खिसककर छठे पर आ गयी है।
गौरतलब है कि भारत ने पिछले दिनों प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को ज्यादा मजबूती देने में अपार सफलता हासिल कर ली जिसके बाद उसके बाद से पर्यटन के क्षेत्र में भारत का सुधार होने लगा और यहां पर पर्यटन के कारण होने वाली इनकम में भी सुधार हुआ है।
दक्षिण एशिया में यात्रा एवं पर्यटन की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का अधिकांश हिस्सा रखने वाला भारत इस उपमहाद्वीप में सबसे प्रतिस्पर्धी यात्रा-पर्यटन अर्थव्यवस्था बना हुआ है। इसकी रैंकिंग छह स्थान सुधरकर 34 हो गई है। – रिपोर्ट
उप खंडों के लिहाज से बेहतर वातावरण खंड में भारत का 33वां, बुनियादी एवं बंदरगाह ढांचा में 28वां, अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता में 51वां, प्राकृतिक सौंदर्य में 14वां और सांस्कृतिक संसाधन खंड में आठवां स्थान है।