संसद के शीतकालीन सत्र से पहले केंद्र सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक का आवाहन किया गया। राजनीतिक गलियारों में आज की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण रही साथ ही बेहद खास भी। इस बैठक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस सर्वदलीय बैठक का आवाहन संसद के शीतकालीन सत्र से 1 दिन पहले किया गया। जिसमें कांग्रेसी, टीएमसी सहित अन्य विपक्षी पार्टी के नेता शामिल हुए।
हालांकि इस सर्वदलीय बैठक के अलावा सभी राजनीतिक दल अलग-अलग बैठकों का भी आयोजन कर रहे हैं।
सर्वदलीय बैठक का क्या है उद्देश्य
केंद्र की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र से पहले इस सर्वदलीय बैठक का उद्देश्य शीतकालीन सत्र के दौरान कार्यवाही का सुचारू रूप से चलने देने है। वही इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की।
वहीं सरकार की ओर से पेश होने वाले सभी विधायकों और बिलों पर विपक्ष की प्रतिक्रिया को समझना है।
विपक्ष की ओर से शामिल हुई ये नेता
वही सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस की ओर से मलिकार्जुन खड़गे, अधीर आर चौधरी, आनंद शर्मा शामिल हुए। वही तृणमूल कांग्रेस की ओर से सुदीप बनर्जी और डैरेक ओ ब्रायन, DMK की ओर से टीआर बालू और टी सिवा, NCP से शरद पवार शामिल हुए हैं। आपको बता दें इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बनर्जी ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस सरकार की ओर से आयोजित विपक्षी दल की बैठक में शामिल नहीं होगी।
विपक्षी दलों ने भी बुलाई सर्वदलीय बैठक
वहीं सरकार की सर्वदलीय बैठक के अलावा विपक्षी दलों की ओर से भी सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का आवाहन कांग्रेस के नेता मलिकार्जुन द्वारा किया गया है। जिसमें राहुल गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई विपक्षी दल के नेता भी शामिल होंगे।
दोपहर 3:00 बजे भाजपा संसदीय कार्यकारिणी की बैठक
सर्वदलीय बैठक के थे भाजपा की ओर से दोपहर 3:00 बजे भाजपा संसदीय कार्यकारिणी की बैठक का भी आवाहन किया गया जिसमें संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होने वाली विधायकों पर चर्चा की जाएगी।
4:00 बजे एनडीए की अहम बैठक
भाजपा संसदीय कार्यकारिणी की बैठक के तुरंत बाद 4:00 बजे एनडीए की बैठक का आवाहन किया गया है इस बैठक में सरकार के साथ उसके सहयोगी दल शामिल होंगे। जिसका उद्देश्य संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर रणनीति तय करना है।