अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी है। नासा लगातार आसमान में घटने वाली घटनाओं सूर्य, चांद, धरती के साथ तमाम ग्रह पर नजर बनाए रखती है। इसकी साथ ही नये से नये रहस्य भी खोजती रहती है। इस बीच नासा ने पहली बार कुछ ऐसा किया जो इतिहास बन गया।
स्पेस-एक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल धरती पर कल अचानक से लौट आया है। इसके जरिये नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को समुद्र में उतारा गया। इस तरह की लैंडिंग को अंतरिक्ष विज्ञान की भाषा में स्प्लैश डाउन कहा जाता है। 45 साल में पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों ने स्प्लैश डाउन किया है। पिछली बार 1975 में अमेरिका-सोवियत संघ के अपोलो-सोयुज संयुक्त मिशन के तहत ऐसा किया गया था। इस सफलता के साथ ही एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स के लिए अगले महीने एक और लॉन्च तथा अगले साल तक पर्यटकों के साथ अंतरिक्ष यान भेजने का रास्ता साफ हो गया। टेस्ट पायलट डग हर्ले और बॉब बेनकेन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना होने के 24 घंटे के भीतर इस ड्रैगन कैप्सूल को लेकर मेक्सिको की खाड़ी में उतरे। यह कैप्सूल दो महीने पहले फ्लोरिडा से रवाना हुआ था।
हर्ले और कमांडर बॉब बेहेनकेन जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर दो महीने बिताए उनको लेने के लिए एक रिकवरी बोट भेजी गई। इस मिशन की कामयाबी से साफ हो गया कि अमेरिका अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने और उन्हें वापस लाने की क्षमता रखता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जो दो महीने पहले कैप्सूल की लॉन्चिंग के लिए फ्लोरिडा गए थे, ने इसकी सुरक्षित वापसी की प्रशंसा की। ट्रंप ने कहा, “सभी को धन्यवाद! दो महीने के मिशन के बाद नासा के अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर लौट आए हैं।”
ये मिशन एलोन मस्क के स्पेसएक्स के लिए भी एक बड़ी जीत है। अमेरिका ने दोनों कंपनियों को उनके “स्पेस टैक्सी” कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए लगभग 7 बिलियन डॉलर का भुगतान किया है। हालांकि एयरोस्पेस दिग्गज बोइंग के प्रयास बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क इस परीक्षण उड़ान के पूरा होने पर अत्यंत उत्साहित दिखाई दिए, और उन्होंने इस मौके पर नासा और स्पेसएक्स दोनों को बधाई दी। इस परीक्षण उड़ान ने मानव अंतरिक्ष उड़ान में एक नए युग की शुरुआत की है। क्रू ड्रैगन के धरती पर उतरने के तत्काल बाद मस्क ने एक ट्वीट में कहा, अंतरिक्ष यात्रा के सामान्य हवाई यात्रा बन जाने के बाद सभ्यता का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा। नासा के स्पेसएक्स डेमो-2 परीक्षण उड़ान को फ्लोरिडा स्थित केनेडी अंतरिक्ष केंद्र से 30 मई को लॉन्च किया गया था। यह पहली घटना थी, जब अंतरिक्षयात्रियों को 2011 के बाद अमेरिकी धरती से अंतरिक्ष में भेजा गया।
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इस सफलता के बाद अमेरिका बेहद खुश हैं। और इसे अपनी बड़ी सफलता बताते हुए कह रहा है कि, हमने वो कद दिया जिसे दुनिया असंभव कहती थी।