यूपी के पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ यूपी की राजधानी लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई। सूर्य प्रताप के खिलाफ एफआईआर
लखनऊ। यूपी के पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ यूपी की राजधानी लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई। सूर्य प्रताप के खिलाफ एफआईआर यूपी सरकार के खिलाफ भ्रामक पोस्ट करने के जुर्म में हुई है। उन्होंने मुख्य सचिव पर आरोप लगाया था कि उन्होंने डीएम को हड़काने की फ्रर्जी खबर पोस्ट की थी। सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई।
बता दें कि इसको लेकर सूर्य प्रताप सिंह ने कई ट्विट भी कि किए हैं। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्विट किए हुए। उन्होंने अपने ट्विट में कहा कि में सीएम योगी जी से कहना चाहता हूं कि मेरे खिलाफ जो मुकदमा दर् किया गया है उसकी कॉपी मुझ तक पहुंचाने की कृप्या करें।
https://www.bharatkhabar.com/after-killing-the-grandmother-started-eating-meat/
मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी, अगर 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले पर आवाज़ उठाने पर आप मुझसे नाराज़ हैं तो उसका बदला निकालने के लिए एक अदद ट्वीट को आधार बनाने की जरूरत नहीं है। आप सीधे ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ का गला घोंटते हुए भी मुझपर मुक़दमा कर सकते थे। pic.twitter.com/RBiQPceHM0
— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) June 11, 2020
मैं @myogiadityanath जी और @Uppolice से कहना चाहता हूँ कि मुझ पर किए गए मुकदमे की कॉपी मुझतक पहुँचाने का कष्ट करें।
मैं इस पूरे प्रकरण पर प्रेस कांफ्रेंस कर सभी मुद्दों पर जवाब दूँगा और सरकार से मेरे कुछ सवाल हैं उन्हें जनता के समक्ष रखूँगा।
सत्य पक्ष सत्ता पक्ष पर भारी पड़ेगा।— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) June 11, 2020
मैंने IAS अधिकारी रहते पिछली सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाया, तब भाजपा के बड़े बड़े नेता मेरी पीठ थपथपाते थकते नहीं थे।
पूर्व CM @yadavakhilesh ने कभी मेरे आंदोलन को निजी तौर पर नहीं लिया। पर आज ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ की बात करने वाली सरकार का रवैया देख आश्चर्यचकित हूँ, स्तब्ध हूँ।— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) June 11, 2020
वहीं सूर्य प्रताप ने कहा कि सीएम योगी की टीम-11 को लेकर मेरे किए हुए ट्विट पर मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। सबसे पहले तो में साफ कर देना चाहता हूं कि यूपी सरकार की पॉलिसी पर दिए No Test, No Corona’ वाले बयान पर मैं अड़ा रहूंगा और इसको लेकर सरकार से लगातार सवाल भी पूछता रहूंगा।
दूसरी बात ये कि मुख्य सचिव की कही बात जो मैंने Quote की उस पर मैंने @IASassociation और @ChiefSecyUP का जवाब माँगा था, जब कोई जवाब नहीं आया तो मैंने उसे मौन सहमति मान ली।
अगर जवाब देने की जगह सरकार मुक़दमा करने की प्रथा आगे बढ़ाना चाहती है तो मैंने तैयार हूँ, आइए गिरफ़्तार करिए।— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) June 11, 2020
मीडिया के सूत्रों से अपुष्ट खबर आ रही है कि टीम-11 पर किए मेरे के ट्वीट पर सरकार ने मेरे ऊपर मुक़दमा कर दिया है। सबसे पहले तो मैं ये साफ कर देना चाहता हूँ कि उत्तरप्रदेश सरकार की पॉलिसी पर दिए ‘No Test, No Corona’ वाले बयान पर मैं अडिग हूँ, और सरकार से निरंतर सवाल पूछता रहूँगा।
— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) June 11, 2020
सूर्य प्रताप ने आगे कहा कि मुख्य सचिव की कही हुई बात जो मैंने आईएएस एसोसिएशन और मुख्य सचिव का जवाब मांगा था। लेकिन जब इस पर कोई जवाब नहीं आया तो मुझे लगा कि ये मौन सहमति है। अगर सरकार जवाब देने के बजाय अपनी पूरानी मुदकमों की प्रथा को निभाना चाहती है तो मैं तैयार हूं। आइए और मुझे गिरफ्तार कीजिए।