featured देश यूपी राज्य

अपनी मांगों को लेकर किसानों ने किया आंदोलन, केंद्र सरकार पर साधा निशाना

अपनी मांगों को लेकर किसानों ने किया आंदोलन, केंद्र सरकार पर साधा निशाना

नई दिल्ली: किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का है जहां किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसान क्रांति यात्रा के तहत हजारों किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन करते हुए डेरा डाल दिया। किसान दो दिनों तक मेरठ में ही विरोध प्रदर्शन करेंगे। यही नहीं, किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए उनकी तुलना मुअम्मर गद्दाफी से की है। किसानों ने गन्ने का मूल्य साढ़े चार सौ रुपये कुंतल करने की मांग की है।

 

Kissan andolan अपनी मांगों को लेकर किसानों ने किया आंदोलन, केंद्र सरकार पर साधा निशाना

 

 

ये भी पढें:

 

उत्तराखंडःपर्यटन को लेकर सतपाल महाराज का नया प्रयोग
उत्तराखंडः नेपाल के डेलीगेशन के साथ पर्य़टन मंत्री सतपाल महाराज ने की मुलाकात

वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की अगुवाई में हजारों किसान हरिद्वार के रास्ते शुक्रवार को मेरठ पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। दो अक्टूबर गांधी जयंती को किसान दिल्ली में संसद को घेरने की योजना बना रहे हैं। बीकेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा, ‘देश और प्रदेश में जुमलेवाली सरकार है। गन्ना भुगतान के लिए दिया पैकेज भी जुमला साबित होगा। बीजेपी को लागत के मुताबिक और अपने चुनावी घोषणा पत्र के मुताबिक गन्ने का मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल करना चाहिए।’ उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह सरकार नहीं सुधरी तो जनता किसान के साथ मिलकर 2019 में करारा जवाब देगी।

 

जानिए क्या है किसानों की मांग

 

स्वामीनाथन की रिपोर्ट को जल्द लागू की जाए।
शुगर मिलों से बकाया गन्ना भुगतान तुरंत दिया जाए।
भुगतान में 14 दिन से ज्यादा देरी होने पर किसान को ब्याज मिले।
किसानों को गन्ना मूल्य 450 रुपये कुतंल मिले।
दस साल पुराने ट्रैक्टरों को तोड़ने का फैसला वापस लिया जाए।
किसानों को 60 साल बाद नौकरी करने वालों की तर्ज पर पेंशन मिले।
किसानों की फसल का वाजिब दाम बाजार दर के मुताबिक मिले।
बिजली की बढाई गई दरों को तुरंत वापस लिया जाए।

 

By: Ritu Raj

Related posts

प्रदेश कांग्रेस के संगठन में बदलाव जरूरी, लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा असर: सिंह

Vijay Shrer

कोरोना जांच के लिए और बेहतर होंगी सुविधाएं, खुलेंगी नई प्रयोगशाला

Aditya Mishra

बलिया में रागिनी के हत्यारे का भगवा पोस्ट

Pradeep sharma