लगभग 2 घंटा 30 मिनट तक पोस्टमार्टम हाउस में नरेंद्र गिरी के शव का अंत्य परीक्षण किया गया। इसके लिए जिला प्रशासन ने 20 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई थी। जिसमें से रैंडम 5 लोगों की टीम पोस्टमार्टम लगी थी। पोस्टमार्टम का वीडियो भी बनाया गया। सूत्रों के मुताबिक लगभग 8:00 बजे इस प्रक्रिया को शुरू किया गया और ढाई घंटे बाद उन्हें पोस्टमार्टम हाउस से वापस एंबुलेंस में मठ भेजा गया है।
बता दें कि मठ बाघमबारी गद्दी में उनके लिए एक विशेष वाहन तैयार किया गया है। जिसके जरिए वह संगम और लेटे हनुमान जी मंदिर जहां की व्यवस्था देखते थे। वहां शव ले जाया जायेगा। यहां पर इन के शव पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी । इसके बाद वापस इन्हें मठ बाघमबारी गद्दी ले आया जाएगा। सन्यास परंपरा में तीन तरह की समाधि की परंपरा है। भूत समाधि, जल समाधि और भू समाधि।
वहीं भूत समाधि में शव को किसी जंगल या खुली जगह रख दिया जाता है । ऐसा माना जाता है कि शरीर का अंग अंग किसी ना किसी जीव के काम आ जाए ।यह परंपरा अब बंद हो गई है। इन्हें भू समाधि दी जाएगी । यानि जमीन के अंदर गड्ढा करके वहां पर विराजा जायेगा। इस अवसर पर अखाड़े के महत्वपूर्ण लोग के अलावा अन्य अखाड़ों के पदाधिकारी भी मौजूद हुए।