लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए पूरी योजना बना रहे हैं। बीच-बीच में वह सार्वजनिक मंच पर आकर बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने की भी बात करते रहते हैं।
आज की विघटनकारी-रूढ़िवादी नकारात्मक राजनीति सत्ता के विरुद्ध एकजुट शोषित, उपेक्षित, उत्पीड़ित, अपमानित दलित, दमित, वंचित, ग़रीब, किसान, मज़दूर, महिला व युवाओं की ‘नयी राजनीति’ जन्म ले रही है।
2022 में उप्र में चुनाव नहीं लोकतांत्रिक क्रांति होगी। pic.twitter.com/44j5ajuQK2
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 30, 2021
होगी लोकतांत्रिक क्रांति
सपा अध्यक्ष ने कहा कि यूपी में अब लोकतांत्रिक क्रांति होने वाली है। नकारात्मक राजनीति के विरुद्ध आवाज उठनी शुरु हो गई है। अखिलेश यादव ने दावा किया कि वंचित, शोषित, उपेक्षित और पीड़ित वर्ग अब आवाज उठाने लगा है। इसका परिणाम आने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा।
जन्म ले रही नई राजनीति
अखिलेश ने कहा कि अब यूपी में नई राजनीति जन्म ले रही है। युवा वर्ग, किसान, महिला, दलित, मजदूर सभी सरकार की नीतियों से परेशान हैं। इसी का नतीजा है कि अब नई आवाजें बुलंद हो रही हैं। इसके पहले भी अखिलेश यादव ने कहा था कि आने वाले चुनाव में सपा 300 से अधिक सीटें जीत रही है।
इन सबके बीच जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए इन दिनों उठापटक जारी है, चुनावी प्रक्रिया 3 जुलाई को संपन्न होगी। इसके पहले मंगलवार को नामांकन वापिस लेने का आखिरी दिन थी, कई जिले के प्रत्याशियों ने नाम वापिस लेकर सामने वाले के लिए रास्ता आसान कर दिया। मौजूदा गणित काफी जोड़-तोड़ वाला होता जा रहा है, पूर्वांचल सहित यूपी के कई जिलों में सपा-भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।