लखनऊ: अयोध्या में जहां एक तरफ भव्य राम मंदिर बन रहा है, वहीं वनवास के दौरान भगवान श्री राम जिन रास्तों से वन गए थे, वहां भी विकास कार्य किया जाएगा। अयोध्या से चित्रकूट के बीच वनगमन मार्ग का कुल 3 चरणों में निर्माण कार्य पूरा होगा।
डिप्टी सीएम ने दी जानकारी
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस बारे में मंगलवार को अधिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग के द्वारा इस डेवलपमेंट का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। जल्द ही भूमि अधिग्रहण, एलाइनमेंट और अन्य प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। यह वनगमन मार्ग मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन दर्शन से जुड़ा हुआ है। इन रास्तों पर निर्माण कार्य करके इन क्षेत्रों का विकास किया जाएगा।
अयोध्या से चित्रकूट तक बदलेगी सूरत
वनगमन मार्ग अयोध्या से शुरू होकर सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, श्रृंगवेरपुर धाम, मंझनपुर, राजापुर होते हुए चित्रकूट तक जाएगा। कुल 210 किलोमीटर का सफर तय करते हुए चित्रकूट धाम को राम नगरी से जोड़ने का काम किया जाएगा। यह सभी धार्मिक आस्था और संस्कृति के बड़े केंद्र के रूप में बनकर उभर रहे हैं, राम मंदिर निर्माण के बाद इनका महत्व भी काफी बढ़ जाएगा।
दरअसल इन सभी जगहों को सड़क मार्ग से जोड़ने की यह योजना भविष्य की अन्य संभावनाओं के लिए रास्ते खोल देंगी। आने वाले सभी भक्तों को राम मंदिर के साथ-साथ वनगमन के पूरे पथ को भी देखने और समझने का मौका मिलेगा।