लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सियासी समीकरण बनना शुरू हो गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावों के लिए मास्टर प्लान बनाने की कवायद में जुट गई हैं। इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष के एक ट्वीट ने सियासी सरगर्मियों को और बढ़ा दिया है। दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
उ.प्र. चुनाव को लेकर मैं कुछ बातें आपके सामने रख देना चाहता हूँ:-
1) हमने फैसला लिया है कि हम 100 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे, पार्टी ने उम्मीदवारों को चुनने का प्रक्रिया शुरू कर दी है और हमने उम्मीदवार आवेदन पत्र भी जारी कर दिया है।1/2
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 27, 2021
उनके इस ऐलान पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अंशु अवस्थी का रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा है कि, ओवैसी भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ओवैसी के चुनाव लड़ने से उन लोगों को फायदा पहुंचेगा जो उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल से सत्ता में हैं और जिनकी अनुभवहीनता की वजह से आज प्रदेश में अपराध बढ़े, बेरोज़गारी बढ़ी और महिलाओं का उत्पीड़न बढ़ा है।
मूल मुद्दों से जनता को भटकाने की कोशिश
कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा है कि प्रदेश में ऐसा कोई दिन नहीं बचता है जिस दिन लूट, हत्या, डकैती आदि जैसी घटनाएं न हुई हों। उन्होंने कहा है कि भाजपा के पास साढ़े चार साल के शासनकाल की एक भी उपलब्धि बताने के लिए नहीं है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कमियों और विफलताओं को छुपाने के लिए, धर्म और उन्माद की राजनीति को उत्तर प्रदेश में बढ़ावा देकर जनता को गुमराह करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी ‘बी-टीम’ को उत्तर प्रदेश में लाना चाहती है, ओवैसी के पास भी न कोई मुद्दा है और न ही कोई विचारधारा है। ओवैसी भी धार्मिक उन्माद की राजनीति करते हैं।
मुख्य मुद्दों पर होगा 2022 का चुनाव
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि प्रदेश की जनता इस बार मूल मुद्दों से नहीं भटकने वाली और न ही जनता मुख्य मुद्दों से भटकने देगी। उन्होंने कहा है कि पिछले साढे चार साल में उत्तर प्रदेश में जुमलेबाजी की गई है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस आने वाले चुनाव में मुख्य विपक्षी की भूमिका का नैतिक निर्वहन कर रही है।