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शिक्षक दिवस पर राज्यवर्धन सिंह राठौर ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन को किया नमन, कहा नम्रता, निडरता और दृढ़ता जैसे अनमोल पाठ पढ़ाए

महान गुरु शिक्षक दिवस पर राज्यवर्धन सिंह राठौर ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन को किया नमन, कहा नम्रता, निडरता और दृढ़ता जैसे अनमोल पाठ पढ़ाए

नइ दिल्ली।  पूरे देश भर में आज शिक्षक दिवस बड़ी उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। हर जगह शिक्षकों को लेकर प्रोग्राम हो रहा है। शिक्षक दिवस के मौके पर गूगल की ओर से भी डबडल बनाकर सम्मानित किया गया है। आपको बता दें कि शिक्षक दिवस के मौके पर राज्यवर्धन सिंह राठौर ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन किया है और इसके साथ ही उन्होंने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को एक महान बुद्धिजीवी, गुरु और राजनेता बताया है।

राज्यवर्धन सिंह राठौर
राज्यवर्धन सिंह राठौर

इसके साथ ही उन्होंने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को राष्ट्र निर्माण में एक अच्छे अध्यापक के किरदार के रुप में बताया गया है। राठौर ने कहा कि आज उनकी जयंती के अवसर पर मैं सभी शिक्षकों को नमन करता हूँ। राष्ट्रनिर्माण में शिक्षकों का योगदान अतुल्य होता है। साथ ही मैं वंदन करता हूं मेरे उन coaches का जिन्होने मुझे नम्रता, निडरता और दृढ़ता जैसे अनमोल पाठ पढ़ाए। मैं हमेशा उनको सार्थक करने का प्रयत्न करता हूं।

आपको बता दें कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को दक्षिण भारत के तिरुत्तनि स्थान में हुआ था. वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति और पहले उप-राष्ट्रपति थे। राजनीति में आने से पहले उन्होंने अपने जीवन के 40 साल अध्यापन को दिये थे। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने शिक्षकों को सम्मान देने के लिए अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की बात कही थी। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया था। ब्रिटिश साम्राज्य ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को ‘सर’ की उपाधि प्रदान की थी, लेकिन देश की आजादी के बाद डॉ. राधाकृष्णन  के लिए  उसका औचित्य समाप्त हो चुका था

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