नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 941 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 12,380 पहुंच गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 414 लोगों की संक्रमण से जान गई है। हालांकि, 1477 लोग ठीक हो कर घर भी लौटे हैं। देश में अभी 10,477 एक्टिव केस हैं। संक्रमितों में 76 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। भारत में कोरोना से गंभीर होते हालात के बीच अब तक देश की 6 फार्मास्यूटिकल कंपनियां दवा बनाने में जुट गई हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में अभी संक्रमितों का आंकड़ा 2916 है। इसके बाद नई दिल्ली में 1578 मामले और तमिलनाडु में 1242 केस हैं। राजस्थान चौथा राज्य है, जहां संक्रमितों की संख्या एक हजार पार कर गई है।
कोरोनावायरस से देशभर में लोगों की जान जाने और संक्रमण के केस मिलने जारी हैं। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने 170 से जिले चिन्हित कर लिए हैं, जो हॉटस्पॉट या रेड जोन एरिया हैं। इनमें 123 जिलों को महामारी से गंभीर रूप से ग्रसित और 47 जिलों को क्लस्टर के रूप में घोषित किया है। वहीं, कोरोनावायरस के केस वाले 207 अन्य जिलों पर भी सरकार की निगाह है, हालांकि, इन्हें हॉटस्पॉट घोषित नहीं किया गया। यहां अफसरों को क्लस्टर कंटेनमेंट प्लान लागू करने के लिए कहा गया है, ताकि इन्हें हॉटस्पॉट बनने से रोका जा सके।
इस सिलसिले में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से राज्यों को गाइडलाइन जारी की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कैबिनेट सेकेट्री की अध्यक्षता में सभी राज्यों के चीफ सेकेट्री, डीजीपी व अन्य प्रमुख अधिकारियों से मीटिंग में हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट से जुड़ी बातें बताई गईं। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि देश के सभी जिलों को हॉटस्पॉट जिले, नॉन हॉटस्पॉट जिले और ग्रीन जोन में बांटा जाएगा। अग्रवाल ने कहा कि कंटेनमेंट जोन के लिए स्पेशल टीम बनाई जाएगी। जिलों को बताया गया है कि वह कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के लिए उनके लक्षण के आधार पर कोविड डेडिकेटेड अस्पताल, सेंटर बनाएं।