लखनऊ। सपा के कद्दावर नेता और सांसद आजम खान इन दिनों जेल में बंद हैं। हालांकि बीमारी के कारण वे मेदांता में भर्ती हैं। लेकिन सबसे दुखद बात यह है कि अभी तक सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उनके लिए कोई प्रयास नहीं किया है।
वो पूरी तरह खामोश हैं। सवाल है कि क्या अगर आजम खान की जगह अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव जेल में होते तब भी वह ऐसे ही चुप रहते? यह सवाल किया है कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने।
शाहनवाज आलम ने कहा कि अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा रामगोपाल यादव को जेल जाने से बचाने के लिए आजम खान को बलि का बकरा बना दिया। मुसलमानों को समझना होगा कि सैफई परिवार जब आजम खान का नहीं हुआ तो आम मुसलमानों का क्या होगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने जारी बयान में कहा कि प्रदेश का हर एक व्यक्ति अब जान चुका है कि सपा ने किस तरह आजम खान को इस बुरे दौर में अकेले छोड़ दिया है। आजम खान का फोटो तक अब सपा की होर्डिंगों से गायब हो चुका है।
उन्होंने बताया कि स्पीक अप कैंपेन के जरिये आज सपा के मुस्लिम नेताओं से भी लोगों ने आजम खान के मसले पर चुप्पी साधने पर सवाल पूछा। लोगों ने अखिलेश यादव से भी पूछा कि अगर आजम खान की जगह मुलायम सिंह यादव जेल में होते तब भी क्या वो खामोश रहते?
अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा हर रविवार को फेसबुक लाइव के जरिये चलने वाले स्पीक अप माइनोरिटी कैम्पेन के सातवें अध्याय में अल्पसंख्यक कांग्रेस के नेताओं और समर्थकों ने ये बातें कहीं। इस अभियान में आज लगभग दो हजार लोग शामिल रहे।