नई दिल्ली। पहले गांधी जी की तस्वीर का खादी ग्रामोद्योग के सालाना कैंलेडर से गायब होना…उस पर विवादित बयान और फिर उस पर सफाई देना। दरअसल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छपने से बखेड़ा ऐसा खड़ा हुआ कि वो अब थमने का नाम नहीं ले रहा और इसमें घी की कमी एक मंत्री के बयान ने पूरी कर दी हालांकि मामले को बढ़ता हुआ देखकर उन्होंने कुछ ही देर बाद अपना बयान वापस ले लिया।
वैसे तो ये मामला शुक्रवार से ही शुरु हो गया था जब गांधी जी की जगह चरखा चलाते हुए पीएम मोदी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुए लेकिन आज हरियाणा के भाजपा के मंत्री अनिल विज ने गांधी जी पर विवादित बयान देकर इस आग को और हवा देने का काम किया। उन्होंने कहा, गांधी जी की वजह से न केवल खादी बल्कि रुपये की कीमत घटी। जल्द ही नोटों से उनकी तस्वीर धीरे -धीरे हट जाएगी। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए अपने शब्द वापिस लिए और माफी मांगी।
अनिल विज ने ट्वीट करते हुए लिखा, महात्मा गांधी पर दिया ब्यान मेरा निजी ब्यान है। किसी की भावना को आहत न करें इसलिए मैं इसे वापिस लेता हूं ।
महात्मा गांधी पर दिया ब्यान मेरा निज़ी ब्यान है । किसी की भावना को आहत न करे इसलिए मैं इसे वापिस लेता हूँ ।
— ANIL VIJ Minister (@anilvijminister) January 14, 2017
अनिल विज के इस सफाई के बाद भले ही विवाद थोड़ा थम गया हो लेकिन इस तरह के बयान से कही न कही भाजपा की छवि को नुकसान जरुर पहुंच सकता है जिसका असर आगामी विधानसभा चुनावों में देखने को मिल सकता है।