अहमदाबाद। गुजरात के दलित नेता और वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने राज्य की पुलिस से अपनी जान को खतरा जाहिर किया है। दरअसल कुछ सीनियर ऑफिसर्स के बीच कथित व्हाट्सऐप चैट के वायरल होने के बाद मेवणी ने अपनी सुरक्षा को लेकर आशंका जताई है। पुलिस अधिकारियों के बीच हुई बातचीत तेजी से वायरल हुई वायरल हुई चैट में दो वीडियो भी है। एक वीडियो में कुछ अधिकारी नेता जैसे लग रहे हैं। एक व्यक्ति की पिटाई कर रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में बदमाशों के एनकाउंटर से जुड़े सवालों के जवाब दे रहे हैं।
बता दें कि व्हाट्सऐप ग्रुप पर बीते शुक्रवार को यह दोनों वीडियो अपलोड होने के बाद अहमदाबाद रूरल के डिप्टी SP ने एक टेक्स्ट मैसेज किया। उन्होंने लिखा है कि जो पुलिस का बाप बनना चाहते हैं और पुलिस को लखोटा कहते हैं और जो पुलिस वालों का वीडियो बनाते हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि उन जैसे लोगों से पुलिस ऐसा ही व्यवहार करती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिग्नेश के हवाले से कहा गया है कि यह गंभीर मसला है। दो सीनियर पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मेरा एनकाउंटर हो सकता है। जिग्नेश ने कहा है कि वह DGP, गृह मंत्री और गृह सचिव से इसकी शिकायत करेंगे।
वहीं बीते 18 फरवरी को दलित कार्यकर्ता भानु वणकर की मौत के बाद आयोजित अहमदाबाद बंद के लिए धरना देने जा रहे जिग्नेश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उस समय जिग्नेश और पुलिस अधिकारियों के बीच जमकर कहासुनी हुई, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ। वीडियो में जिग्नेश पुलिस वालों से कहते नजर आ रहे हैं कि ‘यह आपके बाप की जागीर नहीं है। इतना ही नहीं हिरासत में ले रहे सादी वर्दी वाले एक पुलिसकर्मी के लिए जिग्नेश ने ‘लखोटा’ शब्द का भी इस्तेमाल किया था।
साथ ही जिग्नेश ने बीते शुक्रवार को ट्वीट कर अपनी जान को खतरे की आशंका जाहिर की है। उन्होंने एक गुजराती वेब पोर्टल का लिंक शेयर करते हुए लिखा है कि दो पुलिस अधिकारी आपस में मेरा एनकाउंटर करने को लेकर चर्चा करते पकड़े गए हैं। अहमदाबाद के SP (रूरल) का कहना है कि उन्होंने कहीं से आए मैसेज को सिर्फ फॉरवर्ड कर दिया है और उनके मैसेज का गलत मतलब निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि न तो यह व्यक्तिगत मैसेज है और न ही किसी को किसी तरह की धमकी।