लखनऊ। कानपुर के चर्चित विकास दुबे एनकाउंटर से जुड़े मामले अभी ठंडे नहीं पड़े हैं। एक के बाद एक नई परतें खुलती जा रहीं हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी पर संकट के बादल मंडराते दिख रहे हैं।
पिछले दिनों अवनीश कुमार अवस्थी की एक फोटो विकास दुबे के राइट हैंड जय वाजपेयी के साथ वायरल हो गई थी। इस मामले को लेकर विपक्ष ने जांच की मांग की थी। साथ ही पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने डीओपीटी भारत सरकार से मामले में हस्तक्षेप की भी मांग की थी।
अमिताभ ठाकुर की इस मांग को डीओपीटी ने स्वीकार कर लिया है और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को इस मामले में जांच करने के निर्देश दिए हैं। अब जय वाजपेयी और अवनीश कुमार अवस्थी के संबंधों की जांच होगी।
अमिताभ ने अपनी शिकायत में अवनीश अवस्थी के एक पारिवारिक कार्यक्रम में उनके ठीक बगल में खड़े जयकांत वाजपेयी की फोटो भेजते हुए कहा था कि गैंगस्टर एक्ट में बंद जयकांत वाजपेयी कुचर्चित बिकरू कांड के प्रमुख अभियुक्तों में एक है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश सचिवालय में फर्जी एंट्री पास बनवाये जाने, फर्जी पासपोर्ट बनवाए जाने तथा फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनाये जाने संबंधित मुकदमे भी दर्ज हैं।
उन्होंने कहा था कि उसके खिलाफ पहले से ही विभिन्न धाराओं में कई थानों में मुकदमे दर्ज थे तथा पूर्व एएसपी कन्नौज के सी गोस्वामी की 21 मार्च 2018 एवं अपर नगर मजिस्ट्रेट कानपुर नगर व सीओ नजीराबाद की 29 अगस्त 2017 की जाँच रिपोर्ट में भी उसके खिलाफ कई संस्तुति की गयी थीं।
अमिताभ ने ऐसे व्यक्ति का प्रदेश में गृह विभाग के मुखिया के निजी कार्यक्रम में इस तरह के नजदीक रिश्ते दिखाने वाले फोटो खिंवाने की जाँच की मांग की थी। डीओपीटी की अनुभाग अधिकारी कुसुमलता सिंह ने मुख्य सचिव को शिकायत की प्रति भेजते हुए इस पर समुचित कार्यवाही को कहा है।