शिवनंदन सिंह, संवाददाता, लखनऊ
प्रिंट मीडिया वर्किंग जॉर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल अजीज सिद्दीकी ने बुधवार यानी आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के नाम ज्ञापन दिया हैं। इस ज्ञापन में युक्रेन में फंसे सभी भारतीय छात्र- छत्राओ की वतन वापसी कराई जाए। जिसके चलते (PMWJA) के अजीज सिद्दीकी समेत तमाम पत्रकार हाथों में तख़्तिया लेकर हज़रतगंज स्थित गांधी प्रतिमा के सामने पहुचे और संगठन के माध्यम से सरकार से मांग की भारत सरकार जल्द से जल्द युक्रेन के अलग अलग शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को वहां से निकालकर उनके परिवारों से मिलवाया जाए।
आपको बता दें कि इन दिनों युक्रेन- रूस के बीच काफी तना तनी का माहौल है। जिसकी वजह से रूस लगातार युक्रेन के अलग अलग शहरों गोले बारूद समेत मिसाइल को प्रयोग कर रहा है। रूस के द्वारा किए जा रहे हमले से युक्रेन में रहने वाले लोगों में काफी दहशत का माहौल हैं। वही अगर बात की जाए युक्रेन की तो अब तक सिर्फ और सिर्फ युक्रेन नुकसान ही हाथ लगा है। रूस के द्वारा किए जा रहे हमले अब तक करीब 3 भारतीय छात्र समेत 400 लोग हमले में मारे जा चुके हैं। जबकि रूस की तरफ किए जा रहे हमले से सबकुछ तहस नहस हो जाने के बावजूद युक्रेन रूस की किसी भी शर्त को मानने से इंकार करता नज़र दिखाई दे रहा है। युक्रेन के राष्टृपति का कहना है कि वह और उनका देश रूस की शर्तों को मानने वाले नहीं है और न ही वह उनके सामने घुटने टेकने वाले हैं। उनका कहना है कि जब तक उनमे जान हैं तब वह रूस के हर एक वार डटकर जवाब देते रहेंगे।
जिसके चलते प्रिंट मीडिया वर्किंग जॉर्नलिस्ट एसोशिएशन ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौप कर भारतीयों की वतन वापसी में तेजी दिखाने की बात कही हैं। हाल ही में रूस ने यूक्रेन के ऊपर हमला किया है।
जिससे युक्रेन में फंसे नागरिक वहां पर फंस गए है और जिस कारण भारतीय नागरिकों ने भोजन और पानी की कमी के कारण कीव, खारकीव और सुमी जैसे पूर्वी शहरों के बंकरों में शरण ले रखी है।
प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित शीघ्र वापसी भारत सरकार का विधिक और नैतिक उत्तरदायित्व है। भारत सरकार से अपील है कि यूक्रेन सरकार से वार्ता कर युक्रेन में फंसे छात्रों व अन्य नागरिकों को शीघ्र वापस लाने की व्यवस्था करे ।
अजीज सिद्दीकी ने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के माध्यम से भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंप यूक्रेन सरकार से वार्ता कर फंसे छात्रों व अन्य नागरिकों को शीघ्र वापस लाने की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की बात कही हैं।