बांदा: बांदा जिले में एक ब्लॉक के बाशिंदे स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बेहद परेशान हैं और इसका कारण यहां के सीएचसी प्रभारी हैं। आरोप है कि राजनीतिक रसूख के चलते सीएचसी प्रभारी अपने खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबा देते हैं। इन पर अवैध गर्भपात और घूसखोरी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
जसपुरा ब्लॉक का मामला
जिले के जसपुरा ब्लॉक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है और यहां के प्रभारी डॉक्टर संदीप पटेल हैं। वह बांदा के भाजपा सांसद आरके पटेल के बेहद नजदीकी बताए जाते हैं। आरोप है कि मरीज हो या स्टाफ सभी के साथ अभद्रता करते रहते हैं। 2017 में तमाम आरोपों के बाद इनको हटाया भी गया था, लेकिन कुछ ही समय बाद इनको फिर से दोबारा यहां पोस्टिंग दे दी गयी।
कहा ये भी जा रहा है कि इनकी शिकायत करने वाले के खिलाफ इन्होंने मुकदमा लिखवा दिया। अभी हाल में ही आशा बहुओं की नियुक्ति में इनके द्वारा डेढ़ लाख रुपए घूस मांगने का वीडियो भी वायरल हो चुका है। क्षेत्रवासी परेशान हैं, लेकिन कोई कुछ कर नहीं पा रहा है।
प्रभारी मंत्री ने जांच का दिया आश्वासन
कोविड केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे बांदा के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह को भी सीएचसी प्रभारी के खिलाफ उठ रही आवाजों से रूबरू होना पड़ा। मंत्री लाखन सिंह ने आशा बहुओं और एएनएम समेत ग्रामीणों के आक्रोश का सामना किया। लोगों ने प्रभारी मंत्री को सीएचसी प्रभारी के खिलाफ ज्ञापन और प्रार्थना पत्र भी दिए। इस पर प्रभारी मंत्री ने जांच कराए जाने का आश्वासन दिया।