- मुख्तार अंसारी पर एकतरफा कार्रवाई से पुलिस व प्रशासन पर उठ रहा सवाल
- यूपी में ब्राह्मण बनाम अन्य की राजनीति भी ले रही दिलचस्प मोड़
भारत खबर || लखनऊ
उत्तर प्रदेश में माफियाओं पर शिकंजा कसने का सिलसिला जारी है योगी सरकार में मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद गैंग पर कार्यवाही करके यह बता दिया है कि बाहुबली नेताओं और उनके समर्थकों की घेराबंदी तेज हो गई है मुख्तार अंसारी के बेटों सहित उसके गुर्गों पर कार्रवाई शक्ति से की जा रही है।
लेकिन एक वर्ग ऐसा भी है जो मुख्तार अंसारी पर एकतरफा कार्यवाही का आरोप लगाकर पुलिसिया कार्रवाई पर शंका जता रहे हैं इनका आरोप है के बदले की भावना से यह सभी कार्यवाही की जा रही हैं।
यूपी में ब्राह्मण बनाम अन्य की राजनीति से माहौल गर्माया
उत्तर प्रदेश में रामराज्य की चहल कदमी करते हुए योगी सरकार ने जहां राम का नारा बुलंद किया तो वहीं पर पिछले कुछ दिनों से समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी पार्टियों में परशुराम की राजनीति का बोलबाला देखा जा रहा है आरोप लग रहे हैं कि खास जाति के अपराधियों पर ही कार्रवाई हो रही है और यूपी अब अपराधियों का पूरा हिसाब किताब किया जा रहा है।
एक खास वर्ग का यह भी कहना है कि पंजाब में किसी व्यापारी को धमकी देने के मामले में मुख्तार अंसारी को पुलिस वहां ले गई और अब यूपी लाने की बात आती है तो हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर मुख्तार अंसारी यूपी के अदालतों में पेशी से बच रहे हैं।
डबल मर्डर के एक मामले में एमपीएमएलए कोर्ट में सुनवाई आख़िरी दौर में है कहा जा रहा है कि इस केस में गवाहों और सबूतों के आधार पर मुख़्तार को सजा हो सकती है। ऐसे हालात में मुख़्तार का यूपी के बांदा जेल से पंजाब चले जाना सोची समझी साज़िश के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्तार अंसारी का घर गिरा, गुर्गे बचते फिर रहे
योगी सरकार अब मुख़्तार अंसारी और उनके लोगों को आर्थिक रूप से तोड़ने के फ़ार्मूले पर काम कर रही है। इसी सिलसिले में लखनऊ में अंसारी परिवार का घर गिराया गया। ये ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से बना था। इस मामले में अंसारी और उनके दोनों बेटों पर केस भी हुआ।
सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिस ने ट्वीट कर बताया कि 66 करोड़ की अवैध संपत्ति ज़ब्त की गई है। अंसारी गैंग के बारह लोगों को छह महीने के लिए ज़िलाबदर कर दिया गया है।