शिवनंदन सिंह, संवाददाता
आज नया साल 2022 का पहला दिन है। जिसके चलते राजधानी लखनऊ में कड़कड़ाती ठंड के बीच भारी संख्या में युवक-युवती राजधानी के अंबेडकर मैदान, जनेश्वर मिश्र पार्क, चिड़ियाघर, इको गार्डन समेत कई पार्कों में घूमते व टहलते नजर आए।
इस दौरान पार्कों में पहुंचे युवक युवती 1090 चैराहे पर बने भीम राव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल द्वार के पास आई लव लखनऊ सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी लेते नजर आए।
लोगों के चेहरे पर नहीं दिखे मास्क
उत्तर प्रदेश सरकार चाहे जितनी कोरोना वायरस की गाइडलाइन जारी कर लें । लेकिन इन गाइडलाइन का असर राजधानी में एक दम फीका पड़ता नजर आ रहा है । दिन था नए साल का। लोक नए साल की खुशियां मनाने के लिए कई पार्कों में पहुंची। इस दौरान बहुत सारे लोग ऐसे नजर आए जिनके मुंह पर ना तो मास्क था और ना ही इन लोगों के बीच में सोशल डिस्टेंसिंग । रात में नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है । कोविड-19 प्रोटोकॉल की गाइड लाइन जारी की गई हैं। लोग बिना किसी डर के पार्कों में धड़ल्ले से घूमते नजर आए । वहीं शासन के ठीक नाक के नीचे बैठे जिम्मेदार कर्मचारी अधिकारी इन पार्कों के आसपास से नदारद दिखाई दिए।
शायद यह सभी जिम्मेदार भूल चुके हैं कि कोरोना वायरस की पहली व दूसरी लहर में जिस तरीके से कोरोना वायरस ने तबाही मचाई थी। वह काफी भयावह थी। पार्कों में दिख रही इस तरह से भीड़ मानो कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रांन को दावत दे रही हो। इससे ऐसा लगता हैं कि शायद लोगों ने अभी तक पिछली दोनों कोरोना की लहरों से सबक नहीं है।
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फिलहाल राजधानी लखनऊ में कोरोना के मरीज 200 से पार चले गए हैं। वहीं डॉक्टरों का भी कहना है कि इस बार जो नया वेरिएंट ओमीक्रॉन आया है। वह पहले से भी ज्यादा घातक है। ऐसे में अगर प्रशासन इसी तरह से अपना लाचर रवैया अपनाए रहा तो आने वाले समय में एक बार फिर अस्पतालों के बाहर भारी संख्या देखने को मिल सकती है।
क्योंकि राजधानी में पिछले दिनों से जिस तरीके से कोरोना वायरस बढ़ रहे हैं । उससे एक बार फिर अस्पतालों में मरीजों का तांता लगना शुरू हो गया है । अगर प्रशासन ने वक्त रहते ऐसी जगहों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की तो एक बार फिर कोरोना का कहर उत्तर प्रदेश में बरतने से कोई नहीं रोक सकता है।
चैराहों पर नजर आया भीषण जाम
राजधानी में नए साल के मौके पर सड़कों पर सुबह से लेकर शाम तक जिधर देखिए उधर चैराहों पर भीषण जाम की समस्या बनी रही। वहीं अगर बात की जाए यातायात की विभाग की तो राजधानी के ऐसे कई चैराहों पर यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित रही।