नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने शराब कारोबारी विजय माल्या समेत 63 कर्जदारों का करीब 7 हजार करोड़ रुपये का बकाया लोन को डूबा हुआ मान लिया है। ये राशि 100 लोन डिफॉल्टरों पर बाकी कुल राशि का करीब 80 प्रतिशत है।
इस मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में बताया कि राइट ऑफ का ये मतलब नहीं है कि लोन माफ कर दिया गया है। लोन की रिकवरी के प्रयास अब भी जारी रहेंगे।
डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई जब बकाया लोन वसूल करने में कामयाब नहीं रही तो उसने सबसे बड़े 100 विलफुट डिफाल्टरों (जो लोन नहीं दे रहे) में से 60 से अधिक पर बकाया 7016 करोड़ रुपये का लोन माफ करने का फैसला कर लिया है।