लखनऊ: राजधानी स्थित बालू अड्डा में दूषित पानी पीने से दो बच्चों की मौत हो गई, वहीं 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। इस प्रकरण में नगर निगम और जल विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। बालू अड्डा निवासियों ने आरोप लगाया है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई अधिकारी क्षेत्र में नहीं आया और जब इतना कुछ हो गया तो अधिकारी लीपा-पोती करने आ रहे हैं। वहीं अब इस मामले ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है।
बुधवार को कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह बालू अड्डा पहुंचे और मृतक बच्चों के परिजनों एवं पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सरकार, नगर निगम और जल निगम के अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘सरकार की लापरवाही से बच्चों की मौतें हुई हैं, यहां के लोगों की लिखित और मौखिक शिकायतों के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया इसलिए ये हुआ।’
सरकारी लापरवाही से हुई है बच्चों की मौत: दीपक सिंह
दीपक सिंह ने कहा, ‘यहां के लोग टैक्स देते हैं और सरकार के लोग उस टैक्स से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की फोटो चमकाते हैं। जनता नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर है। सरकारी लापरवाही से हुए बच्चों की मौत का मामला बेहद संवेदनशील है और इसके लिये योगी सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है।’ उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी लखनऊ में जब जहरीला पानी आबादी पीने को विवश है तो दूरस्थ जनपदों व ग्रामीण इलाकों की क्या स्थित होगी।
कांग्रेस पार्टी सड़क से सदन तक उठाएगी ये मुद्दा
वहीं दीपक सिंह ने मृतकों के परिजनों को राहत राशि देने की मांग करते हुए कहा कि जो बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए, नगर निगम के दोषी अधिकारियों पर आपराधिक कार्रवाई हो। उन्होंने कहा है कि यदि 17 तारीख तक इस पर कार्यवाही नहीं होती है तो इस मामले को कांग्रेस पार्टी सदन में उठाएगी और इन्हें न्याय मिलने तक सड़क पर भी संघर्ष करेगी।