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गोरैया को बचाने के लिए इस शख्स ने किया ऐसा काम, पीएम मोदी भी करने लगे ‘वाह-वाह’

गोरैया को बचाने के लिए इस आदमी ने किया ऐसा काम, पीएम मोदी भी करने लगे ‘वाह-वाह’

लखनऊ। पीएम मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 75वें संस्करण में जिस शख्स के काम की चर्चा की है। उसकी तारीफ करके स्वयं पीएम मोदी भी धन्य हो गए हैं।

हम बात कर रहे हैं वाराणसी के सिगरा इलाके के श्रीनगर कालोनी में रहने वाले इंद्रपाल सिंह बत्रा के बारे में। पक्षी प्रेमी इंद्रपाल ने त्याग करते हुए अपने घर का डिजाइन ही ऐसा बना दिया है कि उनके घर में इस समय सैकड़ों गोरैया रहती हैं।

घर में बना दिए 300 घोसले

श्री बत्रा ने अपने घर की छत पर गोरौया के तीन सौ घोसले बनाए हैं। उनके घर में आ रही गोरैया की आवाज से एक स्वर्गिक अनुभूति होती है।

गौरेया का घोसला

शायद यही कारण है कि पीएम नरेंद्र मोदी भी उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह सके और मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने इंद्रपाल सिंह बत्रा का जिक्र कर दिया।

15 साल से कर रहे गोरैया की सेवा

पक्षी प्रेमी श्री बत्रा ने बताया कि उनके घर में पिछले 15 साल से गोरैया रहती थीं। उन्होंने बताया कि बचपन में वो गोरैयों को खाना खिलाते थे और उनका बहुत ध्यान देते थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता इनकी संख्या कम होती गई।

गोरैया को बचाने के लिए इस आदमी ने किया ऐसा काम, पीएम मोदी भी करने लगे ‘वाह-वाह’ लखनऊ। पीएम मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 75वें संस्करण में जिस शख्स के काम की चर्चा की है। उसकी तारीफ करके स्वयं पीएम मोदी भी धन्य हो गए हैं। हम बात कर रहे हैं वाराणसी के सिगरा इलाके की श्रीनगर कालोनी में रहने वाले इंद्रपाल सिंह बत्रा के बारे में। पक्षी प्रेमी इंद्रपाल ने त्याग करते हुए अपने घर का डिजाइन ही ऐसा बना दिया है कि उनके घर में इस समय सैकड़ों गोरैया रहती है। श्री बत्रा ने अपने घर की छत पर गोरौया के तीन सौ घोसले बनाए हैं। उनके घर में आ रही गोरैया की आवाज से एक स्वर्गिक अनुभूति होती है। शायद ये ही कारण है कि पीएम नरेंद्र मोदी भी उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह सके और मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने इंद्रपाल सिंह बत्रा का जिक्र कर दिया। पक्षी प्रेमी श्री बत्रा ने बताया कि उनके घर में पिछले 15 साल से गोरैया रहती थीं। उन्होंने बताया कि बचपन में वो गोरैयों को खाना खिलाते थे और उनका बहुत ध्यान देते थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता इनकी संख्या कम होती गई। उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा भी आया जब इनकी संख्या मात्र 20 हो गई। श्री बत्रा ने कहा कि उस समय इसे देखकर उनको बहुत तकलीफ हुई थी। उन्होंने एक प्रसंग सुनाते हुए बताया कि एक बार उन्होंने गोरैया को बेघर होते हुए देखा था इसके बाद उनके मन में इस मासूम प्राणी को बचाने का ख्याल आ गया। इसके बाद इन्होंने अपने पूरे घर को गोरैया का आशियाना बना दिया। आज श्री बत्रा के घर में गोरैया के अलावा और भी पक्षियों के आशियाने हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने गोरैया के लिए अनूकूल माहौल तैयार किया है इसके लिए उन्होंने बहुत स्टडी की है। उन्होंने कहा कि वो और उनकी पत्नी रोजाना इन मासूम पक्षियों के लिए खाना तैयार करते हैं और उनको पानी देते हैं। उनके इस काम में अब उनकी मदद मोहल्ले वाले भी करने लगे हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार के अपने मन की बात कार्यक्रम में वाराणसी के इंद्रपाल सिंह बत्रा का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि गोरैया का आशियाना बनाकर बत्रा जी ने बहुत नेक काम किया है। पीएम मोदी ने कहा था कि गोरैया खत्म हो रही है। इसे बचाना जरुरी है। उन्होंने जनता से इंद्रपाल बत्रा से सीख लेने की अपील की थी और गोरैया को बचाने का आह्वान किया था। वहीं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी श्री बत्रा के काम की तारीफ की थी। और ट्वीटर पर कमेंट किया था। बता दें कि अभी हाल ही में 20 मार्च को विश्व विश्व गोरैया दिवस मनाया गया था। ये दिवस मासूम से पक्षी गोरैया को संरक्षण देने के लिए मनाया जाता है। हालांकि आधुनिक परिवेश में गोरैया का जीवन काफी मुश्किल हो गया है। एक तरफ कच्चे घर खत्म हो गए हैं तो वहीं इंसान का रुझान भी गोरैया की तरफ से हट चुका है। वहीं मोबाइल टावर की रेडियो एक्टिव रेज भी इस पक्षी के प्रजनन करने में बाधक सिद्ध हो रही है। वर्तमान में गोरैया की करीब 80 फीसदी आबादी समाप्त हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा भी आया जब घर पर आने वाली गोरैया की संख्या मात्र 20 रह गई। श्री बत्रा ने कहा कि उस समय इसे देखकर उनको बहुत तकलीफ हुई थी।

गोरैया को बेघर होते देखा था

उन्होंने एक प्रसंग सुनाते हुए बताया कि एक बार उन्होंने देखा कि एक शख्स ने गोरैया का घोसला उजाड़ दिया था, इसे देखकर उन्हें दुख हुआ था और उसी दिन से उन्होंने इस मासूम प्राणी को बचाने का संकल्प ले लिया। इसके बाद इन्होंने अपने पूरे घर को गोरैया का आशियाना बना दिया।

गौरेया का घोसला

आज श्री बत्रा के घर में गोरैया के अलावा और भी पक्षियों के आशियाने हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने गोरैया के लिए अनूकूल माहौल तैयार किया है इसके लिए उन्होंने बहुत स्टडी की है।

पत्नी भी देती हैं सहयोग

उन्होंने कहा कि वो और उनकी पत्नी रोजाना इन मासूम पक्षियों के लिए खाना तैयार करते हैं और उनको पानी देते हैं। उनके इस काम में अब उनकी मदद मोहल्ले वाले भी करने लगे हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार के अपने मन की बात कार्यक्रम में वाराणसी के इंद्रपाल सिंह बत्रा का जिक्र किया था।

उन्होंने कहा था कि गोरैया का आशियाना बनाकर बत्रा जी ने बहुत नेक काम किया है। पीएम मोदी ने कहा था कि गोरैया खत्म हो रही है। इसे बचाना जरुरी है। उन्होंने जनता से इंद्रपाल बत्रा से सीख लेने की अपील की थी और गोरैया को बचाने का आह्वान किया था।

राज्यपाल ने बताया प्रेरणादायक

वहीं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी श्री बत्रा के काम की तारीफ की थी। और ट्वीटर पर कमेंट किया था।

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा था कि वाराणसी के रहने वाले इंद्रपाल बत्रा से हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। उनका काम प्रेरणादायक है।

20 मार्च को मनाया जाता है विश्व गोरैया दिवस

बता दें कि अभी हाल ही में 20 मार्च को विश्व विश्व गोरैया दिवस मनाया गया था। ये दिवस मासूम से पक्षी गोरैया को संरक्षण देने के लिए मनाया जाता है। हालांकि आधुनिक परिवेश में गोरैया का जीवन काफी मुश्किल हो गया है।

गोरैया को बचाने के लिए इस आदमी ने किया ऐसा काम, पीएम मोदी भी करने लगे ‘वाह-वाह’

एक तरफ कच्चे घर खत्म हो गए हैं तो वहीं इंसान का रुझान भी गोरैया की तरफ से हट चुका है। वहीं मोबाइल टावर की रेडियो एक्टिव रेज भी इस पक्षी के प्रजनन करने में बाधक सिद्ध हो रही है। वर्तमान में गोरैया की करीब 80 फीसदी आबादी समाप्त हो चुकी है।

 

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