लखनऊ। कोरोना के खिलाफ जारी जंग का नतीजा है कि यूपी में चीजें अब धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर अग्रसर हो चुकी हैं। रविवार को पूरे प्रदेश में मात्र 1908 ही मामले आए हैं। जबकि, कुछ दिन पहले सिर्फ लखनऊ में ही सात हजार से ज्यादा मामले आने लगे थे।
कोरोना ने इस कदर तांडव मचाया था कि हर कोई खौफ के साये में जी रहा था। लेकिन, योगी सरकार की रणनीतियों ने इस पर काफी हद तक कंट्रोल कर लिया है। इसके पीछे की रणनीतियां रंग ला रहीं हैं। प्रदेश में कोरोना के मामलों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि रणनीतियों ने किस तरह से रंग दिखाया है।
ट्रिपल टी की नीति ने दिखाया रंग
ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप उत्तर प्रदेश की नीति के संतोषप्रद परिणाम मिल रहे हैं। बीते 24 घंटों में 03 लाख 40 हजार 96 टेस्ट हुए, इसमें 1.42 लाख सैम्पल आरटीपीसीआर माध्यम से जांचे गए। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोविड टेस्ट करने वाला राज्य है। अब तक यहां 04 करोड़ 90 लाख 96 हजार 625 सैम्पल की टेस्टिंग हुई है।
वैक्सीनेशन से कर रहे लोगों को इम्युन
कोविड वैक्सीनेशन संक्रमण से बचाव का सुरक्षा कवर है। केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार सभी नागरिकों का यथाशीघ्र टीका-कवर देने के लिए संकल्पित है। अब तक प्रदेश में 01 करोड़ 79 लाख 92 हजार 299 डोज लगाए जा चुके हैं। जबकि 18 से 44 आयु वर्ग के 19 लाख 79 हजार 399 लोगों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है। हमारा लक्ष्य जून माह में एक करोड़ लोगों को टीका-कवर से आच्छादित करने का है।