अमेरिका के मिशिगन के अधिकारियों ने कुछ हफ्ते पहले एक आपातकालीन घोषणा में बंटन हार्बर को आगाह किया है कि वह नलों में आने वाले पानी का इस्तेमाल पीने खाना बनाने और सब्जियां धोने में न करें। अमेरिका के शिकांगों से कुछ घंटों की दूरी पर बसे बेंटन हार्बर में ऐसे हालात करीब 3 सालों से बने हुए हैं कि वहां पर पानी जहरीला हो गया है जिसे इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। और अगर इस पानी का इस्तेमाल किया गया तो बीमारी के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। बताया जा रहा है कि यहां के पानी में सीसे की मात्रा ज्यादा होने के कारण यहां का पानी जहरीला हो गया है।
बेंटन हार्बर कम्यूनिटी वाटर काउंसिल के चेयरमैन रेवेरेंड एडवर्ड पिंकने का कहना है कि साल 2018 में इस इलाके को पानी में सीसे की मात्रा बहुत ज्यादा हो गई है। लेकिन अब तक इस पानी के इस्तेमाल पर रोक नहीं लगाई गई है। 2018 के आंकड़ों के मुताबिक इलाके के पानी सीसे की मात्रा 22 पार्टस प्रति अरब मौजूद थी। जो जनवरी से जून, 2021 के दौरान बढ़कर 24 पार्टस प्रति अरब हो चुकी है।
बता दें कि इलाके में पानी की हालत इतनी खराब है कि कुछ घरों में तो इसकी मात्रा 400 से 889 पार्टस प्रति अरब भी देखी गई है। यहां पर इस बात का ख्याल रखने की जरूरत है अमेरिका में पीने वाले में 15 पार्ट्स प्रति बिलियन से ज़्यादा सीसा होने को असामान्य माना जाता है।
वहीं मिशिगन में वाटर क्वालिटी के एक्सपर्ट इलिन वारेन बेटानज़ो का कहना है कि इंसानों के पीने वाले पानी में सीसे की मात्रा की मौजूदगी पर रोक है। जिसको लेकर कहा जाता है कि बेंटन हार्बर में पाया जानेवाला स्तर बेहद चिंताजनक है। ये मात्रा यहां से तीन घंटे की दूरी पर मौजूद पड़ोसी शहर फ्लिंट से बहुत ही अधिक है जहां सीसे की पानी में मात्रा 20 पार्टस प्रति अरब (2014-15) पाई गई है और जो दुनियाभर में सुर्खियां बना था।
पिंकने कहते हैं, “यह ऐसी समस्या है जिसके बारे में हम सबको सोचना होगा। हम दुनिया के सबसे अमीर देश हैं। लेकिन यहां ऐसी जगहें भी हैं। जहां पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है। हमारे पास ऐसी जल आपूर्ति है जिसका इस्तेमाल ब्रश करने के लिए नहीं कर सकते हैं। हम अपने बच्चे के लिए दूध तक नहीं तैयार कर सकते हैं। ऐसा लगता है कि हम किसी पिछड़े देश में रह रहे हैं।