राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से किए गए खुलासे में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए संदिग्धों में से दो असलहों का इंतजाम करने के लिए सोना बेचने लखनऊ गए थे। एनआईए ने सिटी स्टेशन के करीब एक घर में महिला से पूछताछ की है। खबर के मुताबिक महिला का बेटा फेसबुक के से कुछ लोगों से जुड़ा था। फेसबुक चैट के दौरान ही एक युवक ने घर में बीमारी का बहाना बनाकर उसके पास रखा सोना बिकवाने के लिए मदद मांगी थी। इसके बाद दो युवक लखनऊ आए थे और महिला ने उन्हें पुराने लखनऊ में चौक के अकबरी गेट स्थित एक ज्वैलरी की दुकान पर ले जाकर सोना बेचा था। सोने के पांच लाख की मिली कीमत का हथियार और विस्फोटक खरीदने में किया इस्तेमाल।
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एटीएस और एनआईए की टीम ने उन दोनों स्थानों पर छापेमारी कर संबंधित लोगों से पूछताछ की है। लैपटॉप व मोबाइल जब्त किए हैं। एजेंसियां पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि लखनऊ का युवक, महिला और दुकानदार यह सब जानबूझ कर रहे थे या फिर अनजाने में। एजेंसी ने लखनऊ में दो स्थानों पर छापेमारी की थी। मास्टर माइंड सुहैल अमरोहा का निवासी है। जो आईएसआईएस के संगठन ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ का अमीर (मुखिया) बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि अमरोहा में विस्फोटक तैयार करने का काम हो रहा था।
जानकारी के अनुसार सुहैल ने सहारनपुर के देवबंद से मौलवी का कोर्स किया है। इसके बाद वह दिल्ली चला गया था जहां से उसने मुफ्ती का कोर्स किया। लगभग सात-आठ महीने पहले उसने फेसबुक पर जेहाद से संबंधित पेज को फॉलो करना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई और फिर उसे गुमराह किया जाने लगा। उसे आईएसआईएस से संबंधित साहित्य भेजा गया।
काफी दिन बाद तक बात करने के बाद हैंडलर ने उसे बम बनाने की विधि भी भेजी। बाद में सामान जुटाकर उसने बम बनाने शुरू कर दिए। जिसमें टाइम बम और देशी रॉकेट लॉन्चर शामिल था। बम बनाने के लिए सामान मुहैया कराने में सुहैल का साथ सईद और रईस ने दिया। सईद और रईस दोनों सगे भाई हैं। इसमें एक वेल्डिंग का काम करता है तो दूसरा रिक्शा चलाता है। दोनों को सुहैल ने जेहाद के उकसाया।