पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर पीएम के आह्वान पर आज से टीका उत्सव की शुरुआत हो चुकी है।
यह अभियान अंबेडकर जयंती यानी चार दिनों तक चलेगा। इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाना और जीरो वेस्टेज पर जोर देना है। लाभार्थियों को ऑन साइट रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है।
विश्व में नबंर-1 है भारत
टीका उत्सव में ज्यादा से ज्यादा योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण करने की कोशिश है। 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक रोजाना वैक्सीन देने की संख्या के हिसाब से भारत वैश्विक स्तर नबंर-1 पर है। भारत में औसतन 38,93,288 डोज हर रोज दी जा रही है। देश में 85 दिन में 10 करोड़ से ज्यादा डोज दी गई हैं और इस मामले में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ दिया है।
जीरो वेस्टेज पर जोर
टीका उत्सव अभियान का उद्देश्य वैक्सीन की बर्बादी रोकना है। इसके जरिए जीरो वेस्टेज पर जोर दिया जा रहा है। पीएम मोदी ने अभियान में टीकाकरण क्षमता बढ़ाकर वैक्सीन की बर्बादी रोकने की बात कही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो सके।
काम की जगह वैक्सीनेशन
केंद्र सरकार की इजाजत के बाद सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में कर्मचारियों के लिए वैक्सीनेशन सेशन किए जा सकेंगे। इसमें 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के कर्मचारियों को टीका लगाया सकेगा, लेकिन बाहर के लोगों को इसमें शामिल नहीं किया जा सकेगा। टीका उत्सव के दौरान वर्कप्लेस पर वैक्सीनेशन बढ़ने की उम्मीद है।
फुले जयंती से शुरू अंबेडकर जयंती पर खत्म
टीका उत्सव ज्योतिबा फुले की जयंती 11 अप्रैल यानी आज से शुरू होगा और यह बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल तक चलेगा। 4 दिन के इस टीका उत्सव को महापुरुषों की जयंती से जोड़ा गया है। इस दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जाएगा जिससे टीकाकरण को लेकर सकारात्मक माहौल बनाने में मदद मिलेगी।