नई दिल्ली। आधार कार्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ड में बहस लगातार जारी है। चीफ जस्टिट ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा की संवैधानिक पीठ ने लोगों की निजी जानकारी लीक होने पर चिंता जताई है। कोर्ट में भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की आधार डिटेल्स लीक हो जाने का उदाहरण देते हुए अपनी बात रखी।कोर्ट का कहना है कि जब एक सेलिब्रेटी का डाटा लीक हो सकता है तो एक आम आदमी का क्यों नहीं। कोर्ट का कहना है कि सरकार आधार कार्ड को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन इस तरह का होना बहुत ही चिंता की बात है। इस पर कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है कि आप लोगों के डाटा की सेफ्टी को लेकर क्या कदम उठा रहे हैं।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और आधार कार्ड को लेकर गुरूवार से बहस शुरू हो गई है। शीर्ष अदालत का कहना है कि सरकार ये बताए कि वो कैसे संवेदनशील बायोमैट्रिक से प्राप्त जानकारी किसी प्राइवेट कंपनी को देने से बचा सकती है। कोर्ट ने सरकार से कहा है कि वो सारे डेटा को सुरक्षित रखे और इस बात को सुनिश्चित करे कि इसके डेटा का गलत इस्तेमाल ना हो। यह बात पांच जजों की बेंच ने वरिष्ठ वकील श्याम दीवान के आधार की वैधता को चुनौती देने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान कहीं।
वहीं पिछले साल 9 जजों की पीठ ने निजता के अधिकार को मूलभूत अधिकार करार दिया था और सरकार को डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए थे। वरिष्ठ वकील दीवान ने आधार की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी है। उनका कहना है कि प्राइवेट ऑपरेटर्स द्वारा इकट्ठा की जाने वाली सूचना बेची जाती है और यूआईडीएआई का इसके ऊपर कोई नियंत्रण नहीं है। अपनी बात के समर्थन में उन्होंने न्यूज रिपोर्ट सहित स्टिंग ऑपरेशन कोर्ट के सामने पेश किए।