नई दिल्ली: लखनऊ के बहुचर्चित विवेक तिवारी हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है. इस रिपोर्ट में लखनऊ के पुलिसवालों को ही ज़िम्मेदार ठहराया गया है. विवेक तिवारी की हत्या लखनऊ में हुई थी और हत्या का आरोप यूपी पुलिस के सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप पर लगा था.
एसआईटी ने की जांच
विवेक तिवारी हत्याकांड की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी की टीम ने वारदात की अकेली चश्मदीद सना के जरिए पहला सीन रिक्रिएट किया था. सना से मिली जानकारी के बाद टीम ने आरोपी सिपाहियों के जरिए दोबारा घटना का रिक्रिएशन किया ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके.
घटना की हकीकत जानने के लिए एसआईटी ने 28 सितंबर की वो रात जब विवेक तिवारी अपनी ऑफिस के पार्टी से निकल कर सना को घर छोड़ने जा रहे थे तो आखिर उस रात हुआ क्या था? किन परिस्थितियों में गश्त कर रहे गोमती नगर के दोनों सिपाहियों प्रशांत चौधरी और संदीप ने विवेक तिवारी को गोली मारी. कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने के लिए कई बार क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया.
आरोपी कॉन्स्टेबल की सफाई से अलग थी सीसीटीवी फुटेज की तस्वीर
विवेक तिवारी को गोली मारने के आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत ने सफाई दी थी कि उसने लेटकर आत्मरक्षा में गोली चलाई थी लेकिन सीसीटीवी फुटेज में आरोपी प्रशांत और उसका साथी संदीप बाइक पर विवेक तिवारी की गाड़ी का पीछा करते नजर आए. अब ऐसे में इन दो तस्वीरों ने शक की सुई यूपी पुलिस की तरफ दोबारा घुमा दी.