एजेंसी, वाराणसी। वाराणसी लोकसभा सीट पर इस समय मामला दिलचस्प होता जा रहा है, यहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी-बीएसपी गठबंधन ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है।
नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को लेकर काफी देर तक सस्पेंस बना रहा। पूर्व घोषित प्रत्याशी और बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल किया।
हालांकि बाद में पार्टी ने स्पष्ट किया कि तेज बहादुर यादव ही पीएम मोदी के खिलाफ उनके प्रत्याशी होंगे और शालिनी यादव बाद में अपना नामांकन वापस लेंगी। इससे पहले एसपी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव के साथ पर्चा दाखिल कराने पहुंचे। धूपचंडी ने दावा किया कि तेज बहादुर पार्टी के प्रत्याशी होंगे।
धूपचंडी ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी में बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव एसपी के प्रत्याशी होंगे। उन्होंने कहा कि एसपी की अब तक घोषित प्रत्याशी शालिनी यादव अपना नामांकन पत्र वापस ले लेंगी।
तेज बहादुर ने अखिलेश यादव से मुलाकात की
बता दें कि बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेजबहादुर इसके पहले भी नामांकन कर चुके हैं लेकिन सूत्रों के मुताबिक उनका पर्चा किसी वजह से खारिज हो गया था। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने टिकट के लिए एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात भी की है। सूत्रों के मुताबिक तेज बहादुर का पर्चा स्वीकार होते ही दो मई को नाम वापसी के आखिरी दिन से पहले शालिनी अपना नाम वापस ले लेंगी।
कौन हैं तेज बहादुर यादव
तेज बहादुर ने 2017 में बीएसएफ में मिल रहे खाने को घटिया बताते हुए विडियोज बनाए थे। सोशल मीडिया पर आने के बाद वे सभी विडियोज वायरल हो गए थे, जिसके बाद तेज चर्चा में आ गए। इस मामले की जांच हुई, जिसके बाद तेज बहादुर को उनको बर्खास्त कर दिया गया। जनवरी, 2019 में तेज बहादुर के 22 साल के बेटे की संदिग्ध स्थितियों में मौत हो गई थी। वह अपने कमरे में बंदूक के साथ मृत पाया गया था।