एजेंसी, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भोपाल संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खिलाफ उतरी प्रज्ञा ठाकुर केन्द्रीय मंत्री उमा भारती से मिली तो नजारा बिल्कुल अलग था। वो फफक कर रो पड़ीं और किसी तरह खुद को संभाला। उमा ने गाड़ी के अंदर बैठी प्रज्ञा ठाकुर की आखों को अपने हाथों से पोछा। इस वीडियो पर आप वो तस्वीर देख सकते हैं।
मुलाकात के बाद जब उमा भारती साध्वी प्रज्ञा को उनकी कार तक छोड़ने आईं तो साध्वी प्रज्ञा रोने लगीं। यह देखकर कार में बैठी हुई साध्वी प्रज्ञा को उमा भारती ने गले लगा लिया और उनका माथा चूमकर आंसू भी साफ किए। इससे पहले, केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को संत बताया है और कहा कि मेरी उनसे कोई तुलना नहीं है।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री उमा भारती से जब यह पूछा गया कि क्या मध्य प्रदेश की राजनीति मंी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर उनका स्थान ले लेंगी, तो उन्होंने कहा कि, ” वह (साध्वी प्रज्ञा) एक महान संत हैं। मेरी उनसे तुलना मत करिये। मैं तो सिर्फ एक साधारण और मूर्ख प्राणी हूं”।
2008 मालेगांव सीरियल ब्लास्ट की आरोप हैं प्रज्ञा ठाकुर
प्रज्ञा ठाकुर 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव सीरियल बम विस्फोट की आरोपी हैं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और करीब 100 से ज्यादा घायल हो गए थे। वह इस वक्त जमानत पर जेल से बाहर हैं।
प्रज्ञा ठाकुर को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रचारक सुनील जोशी की हत्या में संलिप्तता के आरोप में मध्य प्रदेश पुलिस ने दो बार साल 2008 औहर 2011 में गिरफ्तार किया था। वह 2007 समझौता एक्सप्रेस विस्फोट समेत कई अन्य आतंकी घटनाओं के आरोपी थे। समझौता एक्सप्रेस भारत और पाकिस्तान के बीच चलती है।
जोशी को दिसंबर 2007 में गोली मार दी गई थी। प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान उस वक्त मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। यह केस साल 2011 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को ट्रांसफर किया गया और छह साल बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया।