- दावा- सैनिटाइजेशन ड्राइव के तहत अब तक 20 से अधिक गांवों का सैनिटाइजेशन कराया
- अपील- कोरोना से लड़ाई में सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है तो हमें ही आगे आना होगा
- हमारे प्रयासों से संक्रमण की रफ़्तार धीमी हुई : ललन कुमार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के संयोजक ललन कुमार ने दावा किया है कि पिछले एक महीने में लखनऊ की बक्शी का तालाब (169) विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में बुखार-ज़ुकाम से पीड़ित लोग पाए गए।
बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई। मृत्यु के कारणों का पता नहीं लग पाया क्योंकि जाँच नहीं हो पाई। लेकिन लक्षण देखकर कहा जा सकता है कि सभी मरीज़ कोरोना से पीड़ित थे।
ललन कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश का दुर्भाग्य है कि योगी आदित्यनाथ इस मुश्किल घडी में मुख्यमंत्री हैं। इन अनियमितताओं और अव्यवस्थाओं का कारण सिर्फ कमज़ोर एडमिनिस्ट्रेशन है। मुख्यमंत्री जी की नियत में ही खोट है अन्यथा इतने सारे मृत लोगों को बचाया जा सकता था। एक ही गाँव में दर्जनों लोगों का मरना बहुत दुखद है। गाँवों में मातम पसरा हुआ है।
गांवों में बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए कोई प्रयास नहीं किये गए। बल्कि, प्रदेश को पंचायत चुनाव में झोंक दिया गया। जिसकी वजह से गांवों में बड़े स्तर पर संक्रमण फैला और भारी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई।
उन्होंने बताया कि गांव में फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए उन्होंने अपने निजी स्तर पर बक्शी का तालाब के विभिन्न ग्रामों एवं शहरी क्षेत्रों के सैनिटाइजेशन का बीड़ा उठाया है। एक ट्रैक्टर-टैंकर के ज़रिये वह विभिन्न क्षेत्रों को सैनिटाइजेशन करवा रहे हैं। साथ ही, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए ग्रामीणों को शिक्षित किया जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण अब सावधान हुए हैं तथा उनके अन्दर कोरोना के भय में कमी भी आई है। इस सावधानी और सेनेटाईज़ेशन के चलते मरीजों और मृतकों की संख्या भी घटी है।
ललन कुमार ने दावा किया कि अब तक 20 से अधिक गांवों का सैनिटाइजेशन कराया जा चुका है जिसमें सरैया, भवानीपुर, टिकारी, रामपुर बेहड़ा, कठवारा, कुम्हरावां, मलेशेमऊ, देवरी रुखारा, चिनहट शाहपुर, लौलई, भाखामऊ, मल्हौर, रेवामऊ, जुग्गौर, बड़ी देवरिया, मटियारी सेमरा, खरगापुर इत्यादि शामिल हैं।
ललन कुमार ने बताया कि पूरे प्रदेश के गांवों का यही हाल है। कोरोना से लड़ाई में सरकार अपनी ज़िम्मेदारी से भाग रही है तो हमें ही आगे आना होगा। जनता की कोरोना से सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। निश्चित ही सैनिटाइजेशन ड्राइव से संक्रमण धीमा हुआ है। हमारी कोशिश है कि अलग-अलग गांवों में जाकर निश्चित अंतराल में यह किया जाए। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से सहायता की कोई अपेक्षा भी नहीं कर रहा। न ही उन्होंने कभी यहाँ मुँह दिखाया है।