- रोड सेफ्टी ऑडिट के साथ शुरू होगा गंगा एक्सप्रेस वे।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वकांशी योजनाओ में से एक हैं. “गंगा एक्सप्रेस वे”
- दुर्घटना से बचाव लिए किया जायेगा ” रोड सेफ्टी ऑडिट” ..
- एजेंसी का चयन कर इसी साल काम चालु करने के आदेश.
कोरोना के चलते दशे में भले ही लॉकडाउन लगा हो लेकिन यूपी की योगी सरकार लगातार प्रगतिशील कार्य में लगी हुई है। यही कारण है कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। यूपीडा ने इसका इस्टीमेट तैयार कर लिया है, जो 20924 करोड़ रुपये से ज्यादा का है। इस एक्सप्रेस का काम इसी साल के आखिरी तक शुरू हो जाएगा।
लॉकडाउन के बावजूद कार्य करते हुए यूपीडा ने इसका इस्टीमेट तैयार कर लिया है। यह 16 लेन का होगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण पर लगभग 9 हज़ार करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने विभिन्न एक्सप्रेस वे के कार्यों की समीक्षा भी की। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में अब 5 हज़ार 535 कुशल श्रमिक कार्य के रहे हैं। इसमें 1144 इंजीनियर भी हैं। साथ ही 3127 बड़ी मशीनें प्रोजेक्ट में लगी हुई हैं।
गंगा एक्सप्रेस वे यूपी सरकार की नवीनतम महत्वकांक्षी परियोजना है। यह इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी साल इसका काम शुरू कराने को कहा है, हालांकि लाकडाउन के चलते तमाम परियोजनाओं में विलंब हुआ है। यूपीडा की कोशिश है कि निर्माण एजेंसियों का चयन कर इसका निर्माण इसी साल शुरू करा दिया जाए। इसके साथ ही कई सारे प्रोजेक्ट्स पर भी कार्य कर रही है।