- भारत खबर || बिहार
लोक जनशक्ति पार्टी सोमवार को अपने बिहार के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक कर रही है। इस मीटिंंग का मकसद यह तय करना है कि आगामी विधानसभा चुनावों में जेडी (यू) के खिलाफ लड़ाई की योजना कैसी हो। बता दें कि इस बार रामविलास पासवान एनडीए में ही रहकर नीतीश कुमार का विरोध करनेे का मन बना रहेे हैं।
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में गहमागहमी का माहौल है और इस समय सभी नेता जनसमर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। इसी के बीच पिछले कई महीनों से लोजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
हाल ही में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पार्टी में शामिल हो जाने के बाद लोजपा नीतीश कुमार के खिलाफ मुखर हो गई है। नीतीश कुमार पर निशाना साधने वाले चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की जमकर बुराई की तो वही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना भी की।
आपको बता दें चिराग पासवान के नेतृत्व में चलने वाली केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पार्टी ऐसे काम कर रही है जो एनडीए का हिस्सा तो होगी लेकिन नीतीश कुमार का जमकर विरोध करेगी।
यह ध्यान दिया जा सकता है कि एलजेपी ने फरवरी 2005 में बिहार विधानसभा चुनाव में राजद के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, हालांकि दोनों क्षेत्रीय दल केंद्र में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार का हिस्सा थे। लोजपा ने कांग्रेस के साथ अपना संबंध बनाए रखते हुए राजद के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए। इसके कारण राज्य में त्रिशंकु विधानसभा का गठन हुआ, जिससे लालू प्रसाद यादव की राजद के 15 साल के शासन का अंत हो गया, और कुछ महीने बाद हुए एक अन्य विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जद (यू) और भाजपा गठबंधन के साथ सत्ता में आने के लिए गठबंधन देखा गया।
कुल मिलाकर विधान के चुनाव में गहमागहमी का माहौल देखने को मिल रहा है नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की जोड़ी इस बार बिहार में क्या गुल खिलाएगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा दूसरी तरफ पप्पू यादव पूरे जोर-शोर से जनता का समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं।