उत्तराखंड के नवनियुक्त राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह मंगलवार को देहरादून पहुंचे। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत उनका स्वागत किया। वहीं नवनियुक्त राज्यपाल के आगमन पर पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
देहरादून पहुंचे नवनियुक्त राज्यपाल गुरमीत सिंह
उत्तराखंड के नवनियुक्त राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह बुधवार को राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। मंगलवार को नवनियुक्त राज्यपाल गुरमीत सिंह देहरादून पहुंचे। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत उनका स्वागत किया। वहीं नवनियुक्त राज्यपाल के आगमन पर पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस अवसर पर गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन, डीआईजी नीरू गर्ग, जिला अधिकारी देहरादून डॉ. आर राजेश कुमार और एसएसपी जन्मेजय खंडूरी मौजूद रहे।
कल नए राज्यपाल लेंगे शपथ
कल यानी बुधवार को नवनियुक्त राज्यपाल गुरमीत सिंह राजभवन में राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान उन्हें पद की शपथ दिलाएंगे। वहीं राजभवन में शपथ ग्रहण की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। सुबह 10.45 बजे राज्यपाल शपथ लेंगे।
चीन मामलों के विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह
आपको बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को चीन मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। वह करीब चार दशकों तक सैन्य सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेवानिवृत्त हुए। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभियानों में अहम भूमिका निभाई है। सीमा से जुड़े मसलों और सैन्य विषयों पर वार्तालाप के लिए सात बार से ज्यादा वह चीन के दौरे कर चुके हैं। इसी सिलसिले में वह दो बार पाकिस्तान का भी दौरा कर चुके हैं। वह ईरान में संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) के प्रेक्षक भी रह चुके हैं। ईरान-ईराक सीमा पर उनका काम शानदार रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) कार्यवा क जैसे एनजीओ में अहम रोल निभाते रहे हैं । यह संगठन ऐसे विशिष्ट लोगों से संबंधित है जो अपनी आय का 10 फीसदी समाज सेवा में देते हैं।
बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे के बाद बने राज्यपाल
गौरतलब हो की निवर्तमान राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे का बाद लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया है। निवर्तमान राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सोमवार दोपहर दो बजे देहरादून से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान किया। इससे पहले राजभवन में भारतीय सेना की कोर मराठा बटालियन की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी। जबकि जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पुलिस ने उन्हें सलामी दी।